नीतू हत्याकांड का खुलासा, पुलिस के अनुसार मामला आत्महत्या का
दिवाकर तिवारी ।
एसआईटी के जांच रिपोर्ट के खिलाफ लोगों में आक्रोश
सासाराम। जिले के अगरेर थाना क्षेत्र अंतर्गत भगवानपुर गाँव के समीप नहर से एक युवती के बरामद शव मामले का पुलिस ने खुलासा किया है। मृतका नीतू कुमारी की हत्या के मामले में पुलिस अधीक्षक विनीत कुमार ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर मामले को आत्महत्या बताया है। एसआईटी के अनुसार मृतिका का राजेश नामक युवक के साथ लगभग ढाई वर्षो के से प्रेम प्रसंग चल रहा था। लेकिन राजेश के घरवालों ने उसकी शादी कहीं और तय कर दी। जिससे नीतु कुमारी अवसाद में रहने लगी। दोनों के बीच बातचीत बंद हो जाने के कारण मृतिका ने राजेश के मित्र के मोबाइल नंबर पर 27 जून को वीडियो कॉल किया और बताया कि राजेश ने उसे धोखा दिया है। जिसके कारण वह आत्महत्या करने जा रही है। वीडियो कॉल के बैकग्राउंड में नहर दिख रही थी। वहीं राजेश कुमार ने भी पुलिस के समक्ष धोखा देने की बात स्वीकार की है। नीतु के आत्महत्या करने की जानकारी मिलने के बाद वह उड़ीसा स्थित अपने परिजन के पास चला गया था। जिसे पुलिस ने सघन पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। अनुसंधान में राजेश के दिए गए स्वीकारोक्ति बयान, तकनिकी साक्ष्य और साक्षियों के बयानों से इस बात की पुष्टि हुई है तथा मृतिका के अवशेष को वैज्ञानिक जांच के लिए पटना भेज दिया गया है। पुलिस के अनुसार मामले में अभी अनुसंधान जारी है तथा अन्य तथ्यों पर भी गहनता से जांच की जा रही है।
जांच रिपोर्ट के खिलाफ लोगों में गुस्सा
नीतू हत्याकांड में एसपी द्वारा गठित एसआईटी की जांच रिपोर्ट का अब लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया है। मौर्य शक्ति के कार्यकर्ता योगेंद्र कुशवाहा ने आरोप लगाया कि पुलिस मामले की लीपा-पोती करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि नीतु के कपड़े की स्थिति, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आदि को सार्वजनिक नहीं किया गया है और इसे आत्महत्या करार देने की कोशिश की जा रही है। सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर व्यापक चर्चा हो रही है तथा आगामी 10 जुलाई को विशाल आंदोलन की योजना बनाई गई है।