डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर उनके श्री चरणों में कोटि-कोटि नमन

MANOJ KUMAR .

बिहार भाजपा के वरीय नेता व बिहार सरकार के सहकारिता साह पर्यावरण,वन एवम जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने डॉ मुखर्जी की पुण्य तिथि पर कहा कि हिंदूवादी नेता, महान शिक्षाविद,प्रख्यात वक्ता,समाजसेवी,जनसंघ के संस्थापक,पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी भारतीय राजनीति के इतिहास के एक चमकते हुए सितारे थे। डॉक्टर मुखर्जी गांधीजी की नीति का विरोध बहुसंख्यक हिंदुओं के हित को ध्यान में रखकर किया करते थे।एक बार डॉक्टर मुखर्जी ने कहा था वह दिन दूर नहीं जब गांधी जी की अहिंसावादी नीति के अंधा अनुसरण के कारण समूचा बंगाल पाकिस्तान बन जाएगा,जो आज देखने को मिल रहा है। वे सदैव गांधी जी एवं नेहरू जी की तुष्टीकरण की नीति का खुलकर विरोध करते थे। स्वतंत्र भारत के प्रथम मंत्रिमंडल में एक गैर कांग्रेसी वित्त मंत्री बने।

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चितरंजन रेल इंजन कारखाना,विशाखापट्टनम में जहाज बनाने का कारखाना एवं बिहार में खाद का कारखाना स्थापित करवाने में अहम भूमिका उन्होंने निभाई। डॉक्टर मुखर्जी को एक ही देश में दो झंडे,दो विधान/ संविधान और दो प्रधान को गलत समझते थे। केंद्र सरकार की तुष्टीकरण नीति के कारण उन्होंने नेहरू मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था। वे हमेशा कश्मीर का भारत में विलय, एक तिरंगा,एक भारतीय संविधान और देश के एक प्रधान लागू करने के लिए आंदोलन किया। 8 मई 1953 को जम्मू के लिए अपनी मांगों के लिए निकल पड़े। जम्मू-कश्मीर सरकार ने उन्हें गिरफ्तार किया। 40 दिन तक डॉक्टर मुखर्जी जेल में बंद रहे। उन्हें जरूरी सुविधाओं से वंचित किया गया। तबीयत खराब होने पर उन्हें सही इलाज नहीं दी गई,और 23 जून 1953 को जेल में रहस्यमय ढंग से उनकी मृत्यु हो गई। सही कहे तो उनकी जेल में हत्या की गई। उनकी मांग के लिए किए गए आंदोलन को सार्थक परिणाम तक केंद्र की मोदी सरकार ने धारा 370 के अधिकांश धाराएं और 35ए को समाप्त कर पहुंचाया। हमारी भारतीय संस्कृति के नक्षत्र, अखिल भारतीय जनसंघ के संस्थापक,बंगभूमि के महान क्रांतिकारी राष्ट्रपुत्र,डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि पर उनके श्री चरणों में कोटि-कोटि नमन।

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