विभिन्न उच्च और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में मासिक परीक्षा के लिए हर माह 9 करोड़ से अधिक रूपया होता है खर्च

गजेंद्र कुमार सिंह.

शिवहर—- बिहार राज्य में छात्र छात्राओं को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले साथ ही साथ विधालयों के शैक्षणिक व्यवस्थाओं में सुधार हेतु पैसा पानी के जैसा बहाया जा रहा है लेकिन योजनाओं का क्रियान्वयन सही नहीं होने के कारण आज भी विधालय मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं ही साथ ही साथ व्यवस्था में भी कछुआ चाल से ही सुधार हो पा रहा है ।एक आरटीआई रिपोर्ट के अनुसार मासिक परीक्षा के लिए हर माह राज्य के विभिन्न उच्च और उच्चतम विधालय में 9 करोड़ से अधिक रूपया खर्च होता है ।इस दौरान राज्य स्तर से ही विभिन्न विधालयों को कांपी और प्रश्न पत्र मुहैया कराया जा रहा है ।

बड़ा सवाल है कि क्या विधालयों में मासिक परीक्षा केवल खानापूर्ति ही बन कर रह गया है ?शिवहर के आरटीआई कार्यकर्ता मुकुन्द प्रकाश मिश्र ने विभाग से मासिक परीक्षा में खर्च हो रही राशि के संबंध में शिक्षा विभाग से आरटीआई के तहत जानकारी उपलब्ध कराने का अनुरोध किया तो लोक सूचना पदाधिकारी बिहार विद्यालय परीक्षा समिति, पटना द्वारा उपलब्ध कराए गए आरटीआई रिपोर्ट में बताया गया है कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित विभिन्न कक्षाओं – (IX, X, XI तथा XII) की मासिक परीक्षा के सितंबर माह में Confidential मद में भुगतान किये गए कुल राशि 9,47,74,464/-(नौ करोड़ सैंतालीस लाख चौहत्तर हज़ार चार सौ चौंसठ) रूपये मात्र है, तथा माह अक्तूबर-2023 में उत्तरपुस्तिका एवं ग्राफ पेपर के मद में खर्च किये गए कुल राशि 1,74,88,784/- (एक करोड़ चौहत्तर लाख अट्ठासी हज़ार सात सौ चौरासी) रूपये पात्र है।
अंकेक्षण के बाद उक्त राशि में अंतर हो सकती है । बड़ा सवाल है कि इस बात की समीक्षा होनी चाहिए की इतना खर्च कर हो रहें मासिक परीक्षा से छात्र छात्राओं को कितना लाभ हो पा रहा है ।