मोहम्मद इरफान फातमी ने औरंगाबाद के फुटपाथ की दुकानदारों के लिए मजबूत बनाने में निभाई अहम भूमिका
विश्वनाथ आनंद .
औरंगाबाद (बिहार )- मोहम्मद इरफान अहमद फातमी ने औरंगाबाद फुटपाथी दुकानदारों के लिए कई कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाने एवं संगठन को सशक्त करने में अहम भूमिका निभाई है . ऐसे तो भारत के शहरी कामगारों में एक बड़ा हिस्सा स्ट्रीट वेंडर्स अर्थात फुटपाथी दुकानदारों का है. वेंडर्स या फुटपाथी दुकानदार उन कामगारों को कहा जाता है जिनके पास अपना व्यवसाय करने के लिए कोई स्थायी वयवस्था (दुकान) नहीं होती . सरकारी अनुमान के मुताबिक देश में कुल (गैर- कृषि) शहरी अनौपचारिक रोजगार में स्ट्रीट वेंडिंग का हिस्सा 14% है .
भारत में अनुमानतः 50-60 लाख स्ट्रीट वेंडर हैं ,जिनमें सबसे अधिक संख्या मुंबई ,दिल्ली ,कोलकाता,अहमदाबाद, हैदराबाद , लखनऊ ,पटना जैसे शहरों में है .इन स्ट्रीट वेंडरों में से अधिकांश प्रवासी हैं जो आमतौर पर हर दिन औसतन 10-12 घंटे काम करते हैं . अगर आय वर्ग के आधार पर इन कामगारों की पहचान की जाये तो इनमें अधिकतर निम्न मध्यमवर्गीय परिवारों से ताल्लुक रखते हैं .इस कारण वे समुचित शिक्षा और आधुनिक बाजार व्यवहार (प्रोफेशनलिज्म) की बारीकियों से वंचित रह जाते हैं . इतना ही नहीं हाड़–तोड़ मेहनत करने के बावजूद ये अपने पारिवारिक जीवन स्तर को बेहतर नहीं कर पाते.कहने का तात्पर्य यह कि इन स्ट्रीट वेंडर्स ,जिन्हें लोकप्रिय भाषा में ‘हाकर्स’ भी कहा जाता है , की जिन्दगी लाख कोशिशों के बावजूद चुनौतीपूर्ण ही बनी हुई रहती है.बच्चों की शिक्षा से लेकर उनके भविष्य की बेहतरी के लिए बचत जैसे विषय इनके लिए सदैव दूर की कौड़ी ही बने रहते हैं .स्ट्रीट वेंडर्स (हाकर्स) से जुडी इन विकराल समस्याओं के सार्थक निराकरण और समयानुकूल प्रबंधन हेतु आल इंडिया हाकर्स फॊरम (AIHF) नामक जुझारू संगठन लम्बे समय से कार्यरत है .देश के कुल 8 राज्यों में कार्यरत इस संगठन की नींव प्रख्यात ट्रेड यूनियन लीडर शरद राव ने रखी थी. इस संगठन के राष्ट्रीय महासचिव के तौर पर उन्होंने फूटपाथी दुकानदारों हेतु कल्याणकरी उपाय लागू करने की दिशा में महत्वपूर्ण पहल की .अपने सांगठनिक संघर्ष के बल पर शरद राव ने कई उपलब्धियां प्राप्त कीं और साथ ही साथ कई सशक्त नेतृत्वकर्ताओं को भी राष्ट्रीय पटल पर जिम्मेदारी दी .उन्हीं में इरफ़ान अहमद फातमी का नाम सर्वोपरि है ,जो शरद राव के निधन उपरांत ऑल इंडिया हॉकर्स फॉर्म के राष्ट्रीय महासचिव बने और स्ट्रीट वेंडर्स आन्दोलन को नयी दिशा और दशा देने में संलग्न है. रूप से बिहार के औरंगाबाद निवासी इरफ़ान अहमद फातमी ने अपने महासचिव काल में संगठन का न केवल कई राज्यों में आधार मजबूत किया बल्कि सम्बन्धित राज्यों में हाकर्स से जुड़ी कई लाभकारी योजनायें लागू कराने में भी सफल रहे . इस दिशा में बिहार कौशल विकास मिशन द्वारा ‘संकल्प योजना’ की शुरुआत एक क्रांतिकारी उपलब्धि है.बिहार सरकार द्वारा पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू किये गये इस योजना से फुटपाथी दुकानदारों को कौशल विकास प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जा रहा है, साथ-ही-साथ उनको वित्तीय और तकनीकी साक्षरता से भी लैस किया जा रहा है . स्वयं इरफ़ान अहमद फातमी इस बात की पुष्टि करते हुए बताते हैं –“कौशल विकास का यह प्रशिक्षण असंगठित क्षेत्र का सबसे बड़ा प्रशिक्षण है .यह कौशल को बढ़ावा देने के साथ –साथ आत्मनिर्भरता की और भी ले जायेगा .इसके साथ ही छोटे छोटे बिजनेस को मजबूत करने के लिए प्रधान मंत्री स्वनिधि योजना के तहत वित्तीय सहायता भी वेंडर भाइयों को उपलब्ध करायी जाती है.इसके अलावा सभी पंजीकृत वेंडर भाइयों के लिए 2 लाख का बीमा और प्रशिक्षु को 500 रूपये भत्ता भी दिए जाने का प्रावधान किया गया है ll MEPSC ,भारत सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के तहत भी वेंडर्स को सक्षम और दक्ष बनाया जाता है ll” इस परिवर्तनकामी योजना के क्रियान्वयन से उत्साहित इरफ़ान अहमद फातमी का कहना है कि यह उपलब्धि दशकों के संघर्ष का नतीजा है जिससे वास्तव में फूटपाथी विक्रेताओं के बाजार –कौशल ,संवाद कौशल एवं जीवन यापन कौशल में अभूतपूर्व बदलाव देखने को मिलेगा l इसके साथ वो यह भी जोड़ते हैं कि बदलते समय के साथ व्यापार कला की अद्यतन बारिकियों से भी यह योजना अवगत कराएगी जिससे निश्चित रूप से वेंडर्स के व्यापार की गति बढ़ेगी l