चन्द्रशेखर आजाद भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक एवं लोकप्रिय क्रांतिकारी सेनानी थे _ प्रो विजय कुमार मिट्ठू

DHIRAJ.

गया।भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक, लोकप्रिय सेनानी चन्द्रशेखर आजाद की बलिदान दिवस गया के स्थानीय चौक स्थित इंदिरा गांधी प्रतिमा स्थल प्रांगण मे कॉंग्रेस पार्टी के तत्वाधान मे मनाई गई है।सर्वप्रथम शहीद चन्द्रशेखर आजाद के चित्र पर माल्यार्पण के पश्चात्‌ उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला गया है।इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू ने कहा कि महात्मा गांधी के असहयोग आन्दोलन से 15 वर्ष की आयु में आजादी की लड़ाई में कूदने वाले चन्द्रशेखर आजाद जब पहली बार अँग्रेजी हुकूमत से गिरफ्तार हुए और जज के समक्ष प्रस्तुत किए गए, जहां उन्होंने अपना नाम आजाद, पिता का नाम स्वतंत्रता तथा अपना निवास स्थान जेल बताने के बाद जज ने उन्हें 15 कोड़े मारने की सजा दी गई। हर कोड़े के वार के साथ उन्होंने, बन्दे मात्रम और महात्मा गांधी की जय का स्वर बुलंद किया था।

जिसके बाद से ही उन्हें सार्वजानिक रूप से देशवासी उन्हें आजाद कहने लगे थे। डॉ मदन कुमार सिन्हा ने कहा कि चन्द्रशेखर आजाद राम प्रसाद बिस्मिल के साथ सन 1925 में काकोरी ट्रेन षडयंत्र में सक्रियता से भाग लिया और पुलिस की आँखों में धूल झोंक कर फरार हो गए थे।पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली ने कहा कि चन्द्रशेखर आजाद, भगत सिंह, राजगुरु ने सन 1928 में शाम के समय लाहौर पुलिस अधीक्षक के दफ्तर को घेर लिया और ज्योंही जे पी सा न ड स अपने कार्यालय से बाहर निकले उन पर गोलियों का बौछार कर मौत के नींद सुला दिए थे।इस कार्यक्रम को गया जिला कॉंग्रेस कमिटी के उपाध्यक्ष राम प्रमोद सिंह, बाबूलाल प्रसाद सिंह, प्रद्युम्न दुबे, दामोदर गोस्वामी, शिव कुमार चौरसिया, श्रवण पासवान, मोहम्मद समद, रूपेश चौधरी, राहुल चंद्र वंशी, सकल देव यादव, आदि ने कहा कि वीर क्रांतिकारी चन्द्रशेखर आजाद का नाम मन में आते ही अपनी मूँछों को ताव देता वह नौजवान आँखों के सामने आ जाता है।जिसे पूरी दुनिया आजाद के नाम से जानती है, आज जरूरत है देशभर में सभी विद्यालयों के पाठ्य पुस्तकों में इनकी जीवनी को शामिल करने एवं देश के सभी जिला मुख्यालयों में इनकी आदम कद प्रतिमा स्थापित करने की ताकि देश के भविष्य छात्र, नौजवान को इनके जीवन से सीख मिल सके।

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