विधायक सहित 23 को आजीवन कारावास की सजा के विरोध में निकाला प्रतिवाद मार्च

चंद्रमोहन चौधरी.

भाकपा माले विधायक मनोज मंजिल सहित 23 लोगों को आरा व्यवहार न्यायालय द्वारा आजीवन करवा की सजा सुनाए जाने पर भाकपा माले कार्यकर्ताओं ने बिक्रमगंज में प्रतिवाद मार्च निकाला। जो शहर के सभी पथों का भ्रमण करते हुए तेंदुनी चौक पर पहुंच कर एक सभा में तब्दील हो गया। सभा को संबोधित करते हुए भाकपा माले के नेताओं ने इस फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए, इसे दमन व जेल के जरिए गरीबों की आवाज दवाए जाने की साजिश करार दिया। मार्च का नेतृत्व जिला सचिव कामरेड कृष्णा मेहता ने की। सभा को संबोधित करते हुए माले नेताओं ने कहा कि सामंती ताकतों द्वारा एक सोची समझी साजिश के तहत विधानसभा चुनाव 2015 के ठीक पहले जेपी सिंह की हत्या कांड मामले में भाजपा के स्थानीय नेताओं के इशारे पर कामरेड मनोज मंजिल सहित हमारे अन्य पार्टी नेताओं पर हत्या का झूठा मुकदमा ठोक दिया गया था। उसे घटना के कुछ दिन पहले ही हमारे पार्टी के स्थानीय नेता कामरेड सतीश यादव की हत्या भाजपाइयों ने कर दी थी। उनके हत्यारे खुलेआम घूम रहे हैं, लेकिन दलित गरीबों की लड़ाई लड़ने और सड़क पर आंदोलन के चर्चित नेता कामरेड मनोज मंजिल को एक गहरी साजिश के तहत फंसा कर सजा करवा दी गई।

भाजपाई और इलाके की सामंती ताकत मनोज मंजिल की बढ़ती लोकप्रियता से काफी घबराई हुई थी। एक तरफ जहां हमारे नेताओं को सजा सुनाई गई, वहीं न्यायालय ने दलित गरीबों के हत्यारों को लगातार बरी करने का काम किया है। बिहार में संता बदलते ही भाजपाई अपने रंग में आ चुके हैं, लेकिन उनके नापाक मंसूबों को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। प्रतिवाद मार्च में जिला सचिव नंद किशोर पास वान विधायक प्रतिनिधि अनुग्रह नारायण सिंह, उमेश प्रसाद, सुरेश राम, अक्षयलाल पासवान, अरविंद कुमार, बसावन साह, तिलक राम, जगदीश राम, नागेन्द्र राम, श्रीराम, मुनि लाल, धनजी पासवान, अवधविहारी राम, शिवकुमार बैठा, इमरान खान, जितेंद्र सिह, अशोक पासवान सहित कई लोग शामिल थे।

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