जीबीएम कॉलेज में विदाई-सह-सम्मान समारोह का किया गया आयोजन- डॉक्टर कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी

विश्वनाथ आनंद ।
गया( बिहार )- गौतम बुद्ध महिला कॉलेज में प्रधानाचार्य प्रो डॉ जावैद अशरफ़ की अध्यक्षता में महाविद्यालय परिवार द्वारा पूर्व प्रभारी प्रधानाचार्य-सह-अंग्रेजी विभागाध्यक्ष प्रो. उषा राय एवं पूर्व बर्सर-सह-अंग्रेजी विभागाध्यक्ष प्रो. किश्वर जहाँ बेगम की सेवानिवृत्ति पर विदाई-सह-सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। प्रधानाचार्य सहित समस्त महाविद्यालय परिवार ने प्रो राय और प्रो. किश्वर जहाँ को पुष्पगुच्छ, शॉल तथा भावपूर्ण भेंट प्रदान कर सम्मानित किया। मंच का संचालन अंग्रेजी विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी ने किया। उन्होंने कवि सुमित्रानंदन पंत की “यह साँझ-उषा का आँगन, आलिंगन विरह-मिलन का। चिर हास-अश्रुमय आनन रे इस मानव-जीवन का…”, पंक्तियां उद्धृत करते हुए कहा कि जीवन में मिलन-विरह, सुख-दुख, हँसने-रोने का सिलसिला लगा ही रहता है। हमें जीवन के दोनों पक्षों का स्वागत करने को तैयार रहना चाहिए। उन्होंने प्रो. राय एवं प्रो. किश्वर जहाँ बेगम के साथ एक स्टूडेंट तथा एक कलीग के रूप में बिताये अविस्मरणीय लम्हों की यादों को साझा किया।प्रधानाचार्य प्रो जावैद अशरफ़ ने मशहूर शायर मजरूह सुल्तानपुरी की “हमें शुऊर-ए-जुनूँ है कि जिस चमन में रहे, निगाह बन के हसीनों की अंजुमन में रहे। तू ऐ बहार-ए-गुरेजाँ किसी चमन में रहे, मिरे जुनूँ की महक तेरे पैरहन में रहे” पंक्तियों को उद्धृत करते हुए प्रो उषा राय तथा प्रो. किश्वर जहाँ बेगम को कॉलेज का दो मजबूत स्तंभ ठहराया। सेवानिवृत्ति के उपरांत आने वाले जीवन के लिए हार्दिक शुभकामनाएंँ देते हुए दोनों से सेवानिवृत्ति के उपरांत भी कॉलेज से रिश्ता बनाये रखने का अनुरोध किया। अपने संबोधन में प्रो. उषा राय ने कॉलेज को अपना दूसरा परिवार ठहराते हुए कहा कि महिलाओं के लिए आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होना बहुत जरूरी है। बतौर प्रभारी प्रधानाचार्य, नैक समन्वयक एवं अंग्रेजी विभागाध्यक्ष उन्होंने अपने जीवन में आयी चुनौतियों के बारे में बताया। प्रो. किश्वर जहाँ बेगम ने जीवन में सही निर्णय लेने के महत्व को बतलाते हुए कॉलेज में गुजारे दिनों को याद किया। प्रो. राय एवं प्रो बेगम ने पूरे महाविद्यालय परिवार से प्राप्त स्नेह, सम्मान, सहयोग और शुभकामनाओं के लिए हार्दिक कृतज्ञता जतायी। कार्यक्रम में प्रो अफ्शाँ सुरैया, डॉ नूतन कुमारी, डॉ शगुफ्ता अंसारी, डॉ सहदेव बाउरी, डॉ पूजा, डॉ प्यारे माँझी ने प्रो उषा राय एवं प्रो किश्वर जहाँ बेगम के साथ बिताये पलों की स्मृतियों को साझा किया। धन्यवाद ज्ञापन नैक समन्वयक डॉ. शगुफ्ता अंसारी ने किया। समस्त महाविद्यालय परिवार ने प्रो. उषा राय एवं प्रो किश्वर जहाँ बेगम के सुखद भविष्य एवं स्वास्थ्य की मंगलकामना की। सम्मान समारोह में शिक्षकों में डॉ जया चौधरी, डॉ अमृता कुमारी घोष, डॉ पूजा राय, डॉ नगमा शादाब, डॉ अनामिका कुमारी, डॉ कृति सिंह आनंद, प्रीति शेखर, डॉ फरहीन वज़ीरी, डॉ रुखसाना परवीन, डॉ प्यारे माँझी, डॉ सुनीता कुमारी, डॉ सुरबाला कृष्णा, दरक्शाँ बानो, शिक्षकेतर कर्मियों में अजय कुमार, रौशन कुमार, नीरज कुमार, अभिषेक कुमार, अभिषेक कुमार भोलू, सुनील कुमार, सुरेंद्र प्रसाद, विवेक कुमार, संजू कुमार, चिंता देवी, राजेश कुमार आदि उपस्थित थे। ज्ञात हो कि अंग्रेजी व्याख्याता के रूप में प्रो उषा राय एवं प्रो. किश्वर जहाँ बेगम ने वर्ष 1989 से लेकर 2023 तक लगभग 34 वर्षों की समर्पित सेवा दी। जहाँ प्रो उषा राय ने 16 अक्टूबर, 1989 को जीबीएम कॉलेज में प्रथम योगदान दिया था, वहीं प्रो किश्वर जहाँ बेगम की 1992 में कॉलेज में दूसरी पोस्टिंग थी। प्रो उषा राय इस वर्ष अप्रैल माह तथा किश्वर जहाँ बेगम सितंबर माह में सेवा निवृत्त हुईं। उन दोनों की सेवानिवृत्ति के उपरांत प्रधानाचार्य प्रो. अशरफ ने अक्टूबर 2023 से अंग्रेजी विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी को अंग्रेजी विभागाध्यक्ष पद की ज़िम्मेदारी सौंपी है।

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