औरंगाबाद नगर परिषद के वार्ड नंबर 8 मोहल्ले वासी नारकीय जीवन में जीने को विवश
विश्वनाथ आनंद ।
औरंगाबाद( बिहार)- औरंगाबाद नगर परिषद के वार्ड नंबर 8 के मोहल्लेवासियों इन दिनो नरकीय जीवन जीने को विवश है . इसका मुख्य कारण नगर परिषद कार्यालय की मनमानी रवैया बताई जा रही है. मोहल्ले वासियों की बात सच मानी जाए तो कहना है कि नगर परिषद कार्यालय में कई बार नाली की समस्या को लेकर आवेदन दिया परंतु कार्यालय द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई. और नहीं नाली की सफाई किया गया . आज स्थिति यह है कि मोहल्ले वासियों का नाली का पानी सड़कों पर बह रहा है. और तालाब की स्थिति बन चुका है . ऐसी स्थिति में कोई भी व्यक्ति सड़क से यात्रा करते वक्त जान को जोखिम में डालकर ही यात्रा करने को विवश है. सूत्रों की बात माने तो कई व्यक्ति इस सड़क से यात्रा करने के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो चुका है. इसके बावजूद भी नगर परिषद के कानों तक जू नहीं रेगा . ऐसे तो बिहार सरकार विकास के कई दावे करते हो लेकिन नगर परिषद वार्ड नंबर 8 के निवासियों को नाली का सफाई नहीं होना, नाली का पानी का सड़कों पर तालाब का रूप धारण करना कई सवाल को खड़ा करता है . जबकि चुनाव के दौरान जनप्रतिनिधि विकास के बड़े-बड़े दावे करते रहे हैं. लेकिन विकास कितना है और धरातल पर विकास कितना दिख रहा है इसकी बांनगी के लिए परशुराम मोहल्ले वार्ड नंबर 8 काफी है. स्थानीय लोगों ने कहा कि गंदगी के अंबार एवं नाली की पानी सड़कों पर बहाव होने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ चुका है. कई कई विषैला कीटाणु का प्रकोप है. जिसके कारण लोगों को जीना मुश्किल हो गया है . जबकि सरकार नाली की सफाई को लेकर प्रतिवर्ष लाखों रुपए पानी की तरह बहा रही है इसके बावजूद भी नाली की सफाई नहीं होना नगर परिषद के कार्य शैली पर सवालिया निशान जरूर खड़ा करता है. स्थानीय लोगों ने नगर परिषद अध्यक्ष एवं नगर के कार्यपालक पदाधिकारी को समाचार पत्र के माध्यम से ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा है कि शीघ्र वार्ड नंबर 8 के नाली की सफाई सुनिश्चित किया जाए ताकि आम लोगों नारकीय स्थिति से राहत मिल सके .