शिवहर जिला में स्टेडियम नहीं बनने पर नंगें शरीर पत्रकार बैठे धरना पर जवाहरलाल स्टेडियम दिल्ली

गजेंद्र कुमार सिंह ।

शिवहर— जिले के राष्ट्रीय हिंदी दैनिक के पत्रकार संजय गुप्ता ने बताया शिवहर को जिला का दर्जा मिले करीब दो दशक से ज्यादा समय व्यतीत होने के बाद भी यहाँ खेल के लिए स्टेडियम नहीं है उन्होंने खिलाड़ियों के प्रतिभा के बारे में बताया खिलाड़ी को ख्याल नहीं किया जाता है। एक अदद स्टेडियम तक नहीं है जहाँ खेल का नियमित अभ्यास या प्रतियोगिता हो सकेशिवहर में स्टेडियम नहीं बनने पर दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में नंगे शरीर धरना पर अकेले बैठे हुए पत्रकार संजय गुप्तावहीं पत्रकार संजय गुप्ता ने बताया कि शिवहर में एक स्टेडियम तक नहीं है जहाँ खेल का नियमित अभ्यास या प्रतियोगिता हो सके शिवहर में खेल को खेल हीं समझा गया शिवहर में खेल स्टेडियम नहीं रहने के कारण जिले के क्रिकेट प्रेमी टीवी पर हीं आनंद लेते हैं। जिले में खेल प्रतिभाओं की कमी नही है। हर क्षेत्र में खिलाड़ियों की लंबी कतार है। लेकिन अभ्यास के लिए स्टेडियम जैसी व्यवस्था नही है शिवहर की हालात ये है कि खिलाड़ी टीम जहां तहां कभी स्कूल ग्राउंड में तो कभी खेत खलिहान में खेलते नजर आते हैं गावों में अलबत्ता क्रिकेट के दिवाने मिल जाएंगे जो खाली पड़े खेतों में खूंटा गाड़कर चौका छक्का मारने का दम भरते हैं।


कुल मिलाकर जिला में खेल और खिलाड़ी तभी दिखते हैं जब कोई सरकारी आयोजन व प्रतियोगिता में जिले की नाक बचानी होती है। तब विद्यालयों के नौसिखुआ खिलाड़ियों को ट्रेंड करने का ट्रेंड चलता हैसाथ ही पत्रकार श्री गुप्ता ने बताया आज अर्धनग्न शरीर की स्थिति में दिल्ली में धरना पर बैठने का कारण यह है कि हमारे शिवहर जिला में स्टेडियम व्यवस्थित हो ताकि हमारे जिले में जो खेल प्रतिभागी है वह खेल के क्षेत्र में शिवहर जिला का मान बढ़ा सकें स्टेडियम नहीं रहने के कारण खिलाड़ी जिला गांव तक ही सिमट कर रह जातें हैं।

 

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