जिला पदाधिकारी गया डॉ० त्यागराजन एसएम द्वारा विष्णुपद अवस्थित संवास सदन कार्यालय में पितृपक्ष मेला के अवसर पर बनाए गए कंट्रोल रूम का फीता काटकर उद्धघाटन किया।

मनोज कुमार,

गया- संवास सदन स्थित Call-centre को नेहरू युवा केन्द्र के प्रशिक्षण प्राप्त वोलंटियर्स के माध्यम से संचालित किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि पितृपक्ष मेला 2023 के अवसर पर विभिन्न देशों एवं राज्यों से आने वाले तीर्थयात्रियों को महत्वपूर्ण जानकारी तथा सुविधाओं से संबंधित जानकारी के लिए यह नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है।
तीर्थ यात्रियों की सुविधा के लिए ई- समाधान/ आईवीआरएस नंबर जारी किया गया है, जो 9266628168 है। इस आईवीआरएस दूरभाष संख्या के माध्यम से तीर्थयात्री अपने आवश्यकतानुसार जानकारी तथा मदद ले सकते हैं। इस आईवीआरएस नंबर पर सभी संबंधित वरीय पदाधिकारियों का दूरभाष संख्या से लाइनअप रखा गया है ताकि तीर्थयात्री को सीधे मदद पहुंचाया जा सके।
इसके अलावा एक मेन लाइन एवं 4 हंटिंग लाइन भी बनाया गया है, जिसका दूरभाष संख्या 0631 2222500 है। इसके साथ ही जिला नियंत्रण कक्ष का दूरभाष संख्या 0631 2222253/59 है, इसे भी पितृपक्ष मेला के अवसर पर और भी एक्टिव मोड से कार्य कराया जा रहा है।
वरीय उप समाहर्ता अमित राजन ने बताया कि संवास सदन कार्यालय में स्थापित नियंत्रण कक्ष वर्तमान में सुबह 10:00 से संध्या 05:00 तक चालू रखा गया है। उन्होंने यह भी कहा कि पितृपक्ष मेला अवधि में नियंत्रण कक्ष को 24 घंटे कार्यरत रखा जाएगा। कॉल सेन्टर में फ्री wifi की व्यवस्था रखी जा रही है।
जिला पदाधिकारी ने संवास सदन कार्यालय में स्थापित नियंत्रण कक्ष में आए हुए सभी फोन कॉल का अच्छी तरह मॉनिटरिंग करवाने का निर्देश दिया तथा उन्होंने कहा कि सभी कॉल का अनुपालन प्रतिवेदन तैयार करें जिससे यह पता चल सके कि किस विषय पर ज्यादा फोन कॉल्स आ रहे हैं।
इसके अलावा देवघाट तथा अक्षय वट में भी तीर्थ यात्रियों के मदद हेतु पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम के साथ अस्थाई नियंत्रण कक्ष स्थापित कराया जा रहा है। जहां विभिन्न शिक्षकों को ट्रेनिंग देने के पश्चात उन्हें यात्रियों की मदद हेतु लगाया जाएगा।
जिला पदाधिकारी ने कहा कि विभिन्न भीड़भाड़ वाले जगहों पर अनिवार्य रूप से पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम लगवाए तथा लगातार महत्वपूर्ण जानकारियां अनाउंसमेंट करवाते रहें। उन्होंने यह भी कहा कि विभिन्न भीड़भाड़ वाले घाटों अथवा वेदियों के नजदीक खोया पाया से संबंधित काउंटर चालू करवाएं तथा वहां पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम लगवाएं।
डीएम ने कहा कि ज्यादातर खोया पाया से संबंधित कॉल्स आएंगे, उन्हें अच्छी तरह सहयोग करे। इस बार खोये व्यक्ति/ यात्री मिल जाते हैं लेकिन अपने सगी संबंधी से नही मिल पा रहे तब तक वैसे यात्रियों को टेंट सिटी में रखा जाएगा। टेंट सिटी को नोडल पॉइंट बनाया गया है।
इसके पश्चात एसडीआरएफ एवं गोताखोर के पदाधिकारी से जानकारी लिया। बताया गया कि पितृपक्ष मेला के दौरान 8 सरोवर में पिंडदान किया जाता है। उसे देखते हुए 3 एसडीआरएफ की कंपनी, 42 एसडीआरएफ की सिपाही एवं 12 नाव ज़िले में प्राप्त हुए हैं। डीएम ने कहा कि गोताखोरों की संख्या पर्याप्त रखे। लाइफ़ जैकेट को की संख्या का आकलन करके पर्याप्त व्यवस्था करवा लें। देवघाट एवं सीताकुंड में कुल 4 नाव, 1 सूर्यकुंड, 1 अक्षयवट में रखा जाएगा। इसके अलावा जिस सरोवर में नाव नही रहेंगे वहां पर्याप्त लाइव जैकेट के साथ गोताखोर उपलब्ध रहे, इसे सुनिश्चित करे। यात्रियों की सेवा पूरी तत्परता से करे।
डीएम ने वरीय उप समाहर्ता अमित राजन को निर्देश दिया कि देव घाट एवं सीता कुंड की ओर 25 सितंबर तक निश्चित रूप से बैरिकेटिंग करवा दे। इसके अलावा सभी सरोवरों में रस्सी की पर्याप्त व्यवस्था रखे।
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी सदर, नोडल पदाधिकारी पितृपक्ष मेला दिवाकर कुमार, वरीय उप समाहर्ता अमित राजन, अभिषेक कुमार, अमृता ओशो, एनआईसी के अधिकारी, आईटी मैनेजर, ज़िला जन सम्पर्क पदाधिकारी, पंडा समाज के पुरोहितगण, नेहरू युवा केन्द्र के वोलेंटियर्स सहित अन्य उपस्थित थे।

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