चैंबर ऑफ कॉमर्स कार्यालय में रविवार को निगम के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों का अभिनन्दन हुआ

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मनोज कुमार ।

गया। शहर के केपी रोड स्थित चैंबर ऑफ कॉमर्स कार्यालय में रविवार को निगम के निर्वाचित जनप्रतिनिधियों का अभिनन्दन हुआ। उस दौरान चैम्बर अध्यक्ष डॉ. कौशलेंद्र प्रसाद ने मेयर वीरेंद्र कुमार उर्फ गणेश पासवान, डिप्टी मेयर चिंता देवी, पूर्व डिप्टी मेयर सह स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य अखौरी ओंकार नाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव सहित निगम के तमाम निर्वाचित पार्षदों को शॉल ओढ़ाकर व पुष्प गुच्छ से सम्मानित किया।मौके पर चेंबर के अध्यक्ष डॉ. कौशलेंद्र प्रसाद ने नगर सरकार से शहर के नागरिक सुविधाओं को लेकर कई महत्वपूर्ण मांग को भी रखा।

इनमें व्यापारिक क्षेत्र सहित पूरे शहर में सीसीटीवी कैमरा से लैस करने, बुडको द्वारा काटी गई सड़को की मरमती, केपी रोड की डिवाइडर का सौंदर्यीकरण, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र में निर्धारित समय के अंदर बनाने, शहर के विभिन्न चौक चौराहा का सुंदरीकरण, फल्गु रिवर साइड में बने पाथवे को सिक्स लाइन तक जोड़ने सहित अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं की मांग की। इसके साथ उन्होंने निगम के विकास कार्यों की भूरी भूरी प्रशंसा भी की।

मौके पर मेयर गणेश पासवान सभा को संबोधित करते हुए कहा कि इस सम्मान के लिए मैं आप सभी का आभार प्रकट करता हूं। आप सभी का सहयोग से ही गया नगर निगम स्मार्ट सिटी में न रहकर बिहार में स्वच्छता में दो बार अव्वल स्थान लाया। निगम शहर को स्मार्ट और सुंदर बनाने में पूरी निष्ठा और कृत संकल्प होकर काम कर रहा है और आगे भी करता रहेगा। हम शहर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गया से गयाजी बनाने में अग्रसर है।

वहीं स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य सह पूर्व डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि नगर सरकार नागरिक सुविधाओं का देने के लिए पूरी तरह गंभीर और कृत संकल्पित हैं। यही कारण है कि गया को गयाजी के रूप में विकसित कर रहे हैं। जिस नगर निगम को नरक निगम की उपाधि देते थे, आज हमसबों आपके सहयोग और आशीर्वाद से शहर को गयाजी रूप विकसित किया। यही कारण है कि आप हमें अपने कार्यालय में बुलाकर पूरे नगर सरकार को सम्मानित किया। इसके लिए आभार प्रकट करता हूँ।उन्होंने कहा अगले एक साल के अंदर पूरे शहर को प्रदूषण मुक्त बनाएंगे। इसके लिए शहर प्रमुख नौ स्थलों पर यंत्र सहित टॉवर लगाने की दिशा में शीघ्र ही काम होगा। इसके अलावा चैम्बर द्वारा रखी गई सभी मांगो पूरे किए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि पूरे शहर को सीसीटीवी कैमरे से लैस कराने पहल पर निगम के अगली ही स्टैंडिंग की बैठक में फैसला ले लिया जाएगा। इसके साथ ही शहर आठ गोलम्बरों को हेरिटेज सिटी के तौर सौंदर्यीकरण किया जाना है। जिसकी प्रक्रिया चल रही है। पूरे हाते गोदाम को सभी जन सुविधाओं शीघ्र ही बहाल किया जाएगा। डिवाइडर में पौधे लगाए जाएंगे, डिलक्स शौचालय का निर्माण होंगे, नाला निर्माण सहित अन्य महत्वपूर्ण कार्य पूरे किए जाऍंगे। नगर सरकार आपकी सेवा में हमेशा तत्पर रहेगा।

मौके पर चैंबर के महासचिव आलोक नंदन, पूर्व अध्यक्ष डॉ अनूप कुमार केडिया, उषा डालमिया, प्रमोद भदानी, सुरेश अग्रवाल, राजेश झुनझुन वाला, वीरेंद्र कुमार, पार्षद रणधीर कुमार गौतम, मनोज कुमार, धर्मेंद्र कुमार, राहुल कुमार, अबरार अहमद उर्फ भोला मियां, दीपक चंद्रवंशी, डिम्पल कुमार, उपेंद्र कुमार, सोनी कुमारी, सारिका वर्मा, ओम प्रकाश सिंह, खतीब अहमद, गजेंद्र सिंह सहित अन्य मौजूद थे।

बिक्रमगंज में विशाल जनसभा को पीएम मोदी ने किया संबोधित, रिपोर्ट – चंद्रमोहन चौधरी, बिक्रमगंज। ऑपरेशन सिंदूर के सफलता के बाद बिक्रमगंज पहुचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर तरकश का बस एक तीर है। इस दौरान पीएम मोदी ने पाकिस्तान पर खूब निशाना साधा। पीएम मोदी ने इस दौरान कई परियोजनाओं का शिलान्यास किया और उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत भोजपुरी भाषा में जनता को प्रणाम करने से की। उन्होंने कहा कि बिहार के मेहनती जनता के हमार प्रणाम। पीएम मोदी ने कहा कि आज मुझे इस पवित्र भूमि पर बिहार के विकास को नई गति देने का सौभाग्य मिला है। यहां करीब करीब 50 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है। बड़ी संख्या में आप सब हमें आशीर्वाद देने आए हैं। आपका ये स्नेह, बिहार का ये प्यार, मैं हमेशा सर आंखों पर रखता हूं। आज बिहार में इतनी बड़ी तादाद में माताओं और बहनों का आना यह अपने आप में बिहार के मेरे इतनी कार्यक्रमों की ये सबसे बड़ी शानदार घटना है। मैं माताओं-बहनों को विशेष प्रणाम करता हूं। पीएम मोदी ने कहा कि सासाराम की इस धरती के नाम में भी राम है। सासाराम के लोग जानते हैं भगवान राम और उनके कुल की रीति क्या थी। प्राण जाए पर वचन ना जाई। यानि जो वचन एक बार दे दिया, वो पूरा होकर के ही रहता है। प्रभु श्रीराम की ये रीति अब नए भारत की नीति बन गई है। अभी पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था। हमारे कितने निर्दोष नागरिक मारे गए। इस जघन्य आतंकी हमले के एक दिन के बाद मैं बिहार आया था। मैंने बिहार की धरती से देश को वादा किया था, वचन दिया था बिहार की धरती पर आंख में आंख मिलाकर हमने कह दिया था कि आतंक के आकाओं के ठिकानों को मिट्टी में मिला दिया जाएगा। पीएम मोदी ने आगे कहा कि जिन लोगों ने पाकिस्तान में बैठकर हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा था, हमारी सेना ने उनके ठिकानों को खंडहर में बदल दिया है। भारत की बेटियों के सिंदूर की शक्ति क्या होती है ये पाकिस्तान ने भी देखा और दुनिया ने भी देखा। पाकिस्तानी सेना की छत्रछाया में आतंकी खुद को सुरक्षित मानते थे। हमारी सेनाओं ने एक ही झटके में उनको भी घुटनों पर ला दिया। पाकिस्तान के एयरबेस, उनके सैन्य ठिकानें, हमने कुछ ही मिनट में तबाह कर दिए। ये नया भारत है, ये नए भारत की ताकत है। ये हमारा बिहार वीर कुंवर सिंह की धरती है। यहां के हजारों नौजवान देश की सुरक्षा के लिए सेना में, बीएसएफ में अपनी जवानी खपा देते हैं। ऑपरेशन सिंदूर में दुनिया ने हमारी बीएसएफ का भी अभूतपूर्व पराक्रम और अदम्य साहस देखा है। उन्होने कहा कि हमारी सीमाओं पर तैनात बीएसएफ के जांबाज सुरक्षा की अभेद चट्टान हैं। मां भारती की रक्षा हमारे बीएसएफ के जवानों के लिए सर्वोपरि है। यही मातृभूमि की सेवा का पवित्र कर्तव्य निभाते हुए 10 मई को सीमा पर बीएसएफ के सब इंस्पेक्टर इम्तियाज शहीद हो गए थे। मैं बिहार के इस वीर बेटे को आदरपूर्वक श्रद्धांजलि देता हूं। बिहार की धरती से फिर दोहराना चाहता हूं, ऑपरेशन सिंदूर में भारत की जो ताकत दुश्मन ने देखी है, लेकिन दुश्मन समझ लें ये तो हमारे तरकश का केवल एक ही तीर है। आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई न रूकी है, ना थमी है। आतंक का फन अगर फिर उठेगा तो भारत उसे बिल से खींचकर कुचलने का काम करेगा। उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई देश के हर दुश्मन से है। फिर वह चाहे सीमा पार हो या देश के भीतर हो। बीते वर्षों में हमने हिंसा और अशांति फैलाने वालों का ऐसे खात्मा किया कि बिहार के लोग इसके साक्षी हैं। कुछ साल पहले तक सासाराम, कैमूर और आसपास के इन जिलों में क्या हालात थे। नक्सलवाद कैसे हावी था। मुंह पर नकाब लगाए हाथों में बंदूक थामें नक्सली कब कहां सड़कों पर निकल आएं, हर किसी को ये खौफ रहता था। सरकारी योजना आती थी, तो नागरिकों तक पहुंचती ही नहीं थी। नक्सल प्रभावित गांव में न तो अस्पताल होता था, ना मोबाइल टावर। कभी स्कूल जलाए जाते थे, कभी सड़क बनाने वालों को मार दिया जाता था। उन्होने कहा कि इन लोगों का बाबा साहब आंबेडकर के संविधान पर कोई विश्वास नहीं था। नीतीश कुमार ने उन परिस्थितियों में यहां विकास की पूरी कोशिश की। 2014 के बाद से हमने इस दिशा में और तेजी से काम किया। हमने माओवादियों को उनके किए की सजा देनी शुरू की। हम युवाओं को विकास की मुख्यधारा में भी लेकर आए। 11 सालों की प्रतिज्ञा का फल आज देश को मिलना शुरू हुआ है। 2014 से पहले देश में सवा सौ से ज्यादा जिले नक्सल प्रभावित थे। अब सिर्फ 18 जिले नक्सल प्रभावित बचे हैं। अब सरकार सड़क भी दे रही है, रोजगार भी दे रही है। वो दिन दूर नहीं जब माओवादी हिंसा का पूरी तरह से खात्मा हो जाएगा। उन्होने कहा कि शांति, सुरक्षा, शिक्षा और विकास गांव-गांव तक बिना रुकावट के पहुंचेंगे। जब सुरक्षा व शांति आती है तभी विकास के नए रास्ते खुलते हैं। यहां नीतीश कुमार के नेतृत्व में जब जंगलराज वाली सरकार की विदाई हुई तो बिहार भी प्रगति के मार्ग पर आगे बढ़ने लगा। टूटे हाईवे, खराब रेलवे, गिनी चुनी फ्लाइट कनेक्टिविटी, वो डर और वो दौर अब इतिहास बन चुका है। कभी बिहार में एक ही एयरपोर्ट था पटना में। आज दरभंगा एयरपोर्ट भी बनकर तैयार हो गया है। बिहार के लोगों की लंबे समय से मांग थी कि पटना एयरपोर्ट के टर्मिनल को आधुनिक बनाया जाए। अब ये मांग भी पूरी हो गई है। उन्होने कहा कि पटना एयरपोर्ट का नया टर्मिनल 1 करोड़ यात्रियों को संभाल सकता है। हर तरफ तेजी से काम हो रहा है। हजारों करोड़ की परियोजनाएँ बिहार में नए अवसर और संभावनाओं का निर्माण कर रही हैं। इन प्रोजेक्ट से हजारों युवाओं को रोजगार मिलेगा। यहां टूरिज्म और व्यापार दोनों को फायदा होगा। बिहार में रेलवे की हालत भी अब तेजी से बदल रही है। आज बिहार में वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं। रेलवे लाइनों को डबल और ट्रिपल किया जा रहा है। सासाराम में भी अब 100 से ज्यादा ट्रेनें रुकती हैं। हम पुरानी समस्याओं को भी दूर कर रहे हैं और रेलवे का आधुनिकरण भी कर रहे हैं। उन्होने कहा कि ये काम पहले भी हो सकते थे। लेकिन जिनके ऊपर बिहार को आधुनिक ट्रेनें देने की जिम्मेदारी थी, उन्होंने रेलवे में भर्ती के नाम पर आपकी जमीन लूटने का काम किया। गरीबों की जमीन लिखवा ली। सामाजिक न्याय की उनकी यही तरीके थे। गरीब को लूटना, उनके अधिकारों को लूटना, उनकी मजबूरी का फायदा उठाना और खुद राजाशाही की मौज करना। जंगलराज वालों से आगे भी सावधान रहना जरूरी है। बीते वर्षों में बिहार में बिजली उत्पादन पर बहुत जोर दिया गया। आज बिहार में बिजली की खपत 10 साल पहले से 4 गुणा हो गई है। नविनगर में एनटीपीसी का बड़ा पावर प्रोजेक्ट बन रहा है। इस पर 30 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इससे बिहार को 1500 मेगावॉट बिजली मिलेगी। उन्होने कहा कि अब हमारा ध्यान भविष्य की ओर है। हमे बिहार को ग्रीन एनर्जी की ओर लेकर जाना है। इसलिए कजरा में सोलर पार्क का निर्माण भी हो रहा है। हमारे इन प्रयासों का असर है कि यहां के लोगों का जीवन बेहतर हो रहा है। यहां 75 लाख से ज्यादा किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि के तहत सहायता मिल रही है। हमारी सरकार ने मखाना बोर्ड की घोषणा की है। हमने बिहार के मखाना को जीआई टैग दिया। इससे मखाना किसानों को बहुत लाभ दिया है। जिन लोगों को बिहार को सबसे ज्यादा ठगा, जिनके दौर में बिहार के गरीब और वंचित तबके को बिहार छोड़कर जाना पड़ा, आज वहीं लोग सत्ता पाने के लिए सामाजिक न्याय का झूठ बोल रहे हैं। दशकों तक बिहार के दलित, पिछड़ों और आदिवासियों को शौचालय तक नहीं था। दशकों तक हमारे इन भाई बहनों के पास बैंक में खाता तक नहीं था। उनके लिए बैंकों में एंट्री बंद थी। उन्होने कहा कि बिहार के लोगों की ये दुर्दशा ये पीड़ा, ये तकलीफ कांग्रेस और आरजेडी का क्या यहीं सामाजिक न्याय था। कांग्रेस और आरजेडी वालों ने कभी दलित, पिछड़ा की इतनी तकलीफों की चिंता तक नहीं की। ये लोग विदेशियों को बिहार की गरीबी दिखाने के लिए घुमाने लाते हैं। कांग्रेस को उसके पापों की वजह से जब गरीब पिछड़ा समाज ने छोड़ दिया है तो उन्हें अपना बताने के लिए उन्हें सामाजिक न्याय की बातें याद आ रही हैं। जब जब बिहार ने प्रगति की है, भारत दनिया के शिखर पर पहुंचा है। सभा को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, रालोजपा नेता चिराग पासवान, रालोमो के नेता उपेंद्र कुशवाहा सहित कई केंद्रीय मंत्री, सांसद, विधायक और विधान पार्षदों ने संबोधित किया।

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है, ये नए भारत की ताकत है। ये हमारा बिहार वीर कुंवर सिंह की धरती है। यहां के हजारों नौजवान देश की सुरक्षा के लिए सेना में, बीएसएफ में अपनी जवानी खपा देते हैं। ऑपरेशन सिंदूर में दुनिया ने हमारी बीएसएफ का भी अभूतपूर्व पराक्रम और अदम्य साहस देखा है। उन्होने कहा कि हमारी सीमाओं पर तैनात बीएसएफ के जांबाज सुरक्षा की अभेद चट्टान हैं। मां भारती की रक्षा हमारे बीएसएफ के जवानों के लिए सर्वोपरि है। यही मातृभूमि की सेवा का पवित्र कर्तव्य निभाते हुए 10 मई को सीमा पर बीएसएफ के सब इंस्पेक्टर इम्तियाज शहीद हो गए थे। मैं बिहार के इस वीर बेटे को आदरपूर्वक श्रद्धांजलि देता हूं। बिहार की धरती से फिर दोहराना चाहता हूं, ऑपरेशन सिंदूर में भारत की जो ताकत दुश्मन ने देखी है, लेकिन दुश्मन समझ लें ये तो हमारे तरकश का केवल एक ही तीर है। आतंकवाद के खिलाफ भारत की लड़ाई न रूकी है, ना थमी है। आतंक का फन अगर फिर उठेगा तो भारत उसे बिल से खींचकर कुचलने का काम करेगा। उन्होंने कहा कि हमारी लड़ाई देश के हर दुश्मन से है। फिर वह चाहे सीमा पार हो या देश के भीतर हो। बीते वर्षों में हमने हिंसा और अशांति फैलाने वालों का ऐसे खात्मा किया कि बिहार के लोग इसके साक्षी हैं। कुछ साल पहले तक सासाराम, कैमूर और आसपास के इन जिलों में क्या हालात थे। नक्सलवाद कैसे हावी था। मुंह पर नकाब लगाए हाथों में बंदूक थामें नक्सली कब कहां सड़कों पर निकल आएं, हर किसी को ये खौफ रहता था। सरकारी योजना आती थी, तो नागरिकों तक पहुंचती ही नहीं थी। नक्सल प्रभावित गांव में न तो अस्पताल होता था, ना मोबाइल टावर। कभी स्कूल जलाए जाते थे, कभी सड़क बनाने वालों को मार दिया जाता था। उन्होने कहा कि इन लोगों का बाबा साहब आंबेडकर के संविधान पर कोई विश्वास नहीं था। नीतीश कुमार ने उन परिस्थितियों में यहां विकास की पूरी कोशिश की। 2014 के बाद से हमने इस दिशा में और तेजी से काम किया। हमने माओवादियों को उनके किए की सजा देनी शुरू की। हम युवाओं को विकास की मुख्यधारा में भी लेकर आए। 11 सालों की प्रतिज्ञा का फल आज देश को मिलना शुरू हुआ है। 2014 से पहले देश में सवा सौ से ज्यादा जिले नक्सल प्रभावित थे। अब सिर्फ 18 जिले नक्सल प्रभावित बचे हैं। अब सरकार सड़क भी दे रही है, रोजगार भी दे रही है। वो दिन दूर नहीं जब माओवादी हिंसा का पूरी तरह से खात्मा हो जाएगा। उन्होने कहा कि शांति, सुरक्षा, शिक्षा और विकास गांव-गांव तक बिना रुकावट के पहुंचेंगे। जब सुरक्षा व शांति आती है तभी विकास के नए रास्ते खुलते हैं। यहां नीतीश कुमार के नेतृत्व में जब जंगलराज वाली सरकार की विदाई हुई तो बिहार भी प्रगति के मार्ग पर आगे बढ़ने लगा। टूटे हाईवे, खराब रेलवे, गिनी चुनी फ्लाइट कनेक्टिविटी, वो डर और वो दौर अब इतिहास बन चुका है। कभी बिहार में एक ही एयरपोर्ट था पटना में। आज दरभंगा एयरपोर्ट भी बनकर तैयार हो गया है। बिहार के लोगों की लंबे समय से मांग थी कि पटना एयरपोर्ट के टर्मिनल को आधुनिक बनाया जाए। अब ये मांग भी पूरी हो गई है। उन्होने कहा कि पटना एयरपोर्ट का नया टर्मिनल 1 करोड़ यात्रियों को संभाल सकता है। हर तरफ तेजी से काम हो रहा है। हजारों करोड़ की परियोजनाएँ बिहार में नए अवसर और संभावनाओं का निर्माण कर रही हैं। इन प्रोजेक्ट से हजारों युवाओं को रोजगार मिलेगा। यहां टूरिज्म और व्यापार दोनों को फायदा होगा। बिहार में रेलवे की हालत भी अब तेजी से बदल रही है। आज बिहार में वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं। रेलवे लाइनों को डबल और ट्रिपल किया जा रहा है। सासाराम में भी अब 100 से ज्यादा ट्रेनें रुकती हैं। हम पुरानी समस्याओं को भी दूर कर रहे हैं और रेलवे का आधुनिकरण भी कर रहे हैं। उन्होने कहा कि ये काम पहले भी हो सकते थे। लेकिन जिनके ऊपर बिहार को आधुनिक ट्रेनें देने की जिम्मेदारी थी, उन्होंने रेलवे में भर्ती के नाम पर आपकी जमीन लूटने का काम किया। गरीबों की जमीन लिखवा ली। सामाजिक न्याय की उनकी यही तरीके थे। गरीब को लूटना, उनके अधिकारों को लूटना, उनकी मजबूरी का फायदा उठाना और खुद राजाशाही की मौज करना। जंगलराज वालों से आगे भी सावधान रहना जरूरी है। बीते वर्षों में बिहार में बिजली उत्पादन पर बहुत जोर दिया गया। आज बिहार में बिजली की खपत 10 साल पहले से 4 गुणा हो गई है। नविनगर में एनटीपीसी का बड़ा पावर प्रोजेक्ट बन रहा है। इस पर 30 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इससे बिहार को 1500 मेगावॉट बिजली मिलेगी। उन्होने कहा कि अब हमारा ध्यान भविष्य की ओर है। हमे बिहार को ग्रीन एनर्जी की ओर लेकर जाना है। इसलिए कजरा में सोलर पार्क का निर्माण भी हो रहा है। हमारे इन प्रयासों का असर है कि यहां के लोगों का जीवन बेहतर हो रहा है। यहां 75 लाख से ज्यादा किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि के तहत सहायता मिल रही है। हमारी सरकार ने मखाना बोर्ड की घोषणा की है। हमने बिहार के मखाना को जीआई टैग दिया। इससे मखाना किसानों को बहुत लाभ दिया है। जिन लोगों को बिहार को सबसे ज्यादा ठगा, जिनके दौर में बिहार के गरीब और वंचित तबके को बिहार छोड़कर जाना पड़ा, आज वहीं लोग सत्ता पाने के लिए सामाजिक न्याय का झूठ बोल रहे हैं। दशकों तक बिहार के दलित, पिछड़ों और आदिवासियों को शौचालय तक नहीं था। दशकों तक हमारे इन भाई बहनों के पास बैंक में खाता तक नहीं था। उनके लिए बैंकों में एंट्री बंद थी। उन्होने कहा कि बिहार के लोगों की ये दुर्दशा ये पीड़ा, ये तकलीफ कांग्रेस और आरजेडी का क्या यहीं सामाजिक न्याय था। कांग्रेस और आरजेडी वालों ने कभी दलित, पिछड़ा की इतनी तकलीफों की चिंता तक नहीं की। ये लोग विदेशियों को बिहार की गरीबी दिखाने के लिए घुमाने लाते हैं। कांग्रेस को उसके पापों की वजह से जब गरीब पिछड़ा समाज ने छोड़ दिया है तो उन्हें अपना बताने के लिए उन्हें सामाजिक न्याय की बातें याद आ रही हैं। जब जब बिहार ने प्रगति की है, भारत दनिया के शिखर पर पहुंचा है। सभा को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, रालोजपा नेता चिराग पासवान, रालोमो के नेता उपेंद्र कुशवाहा सहित कई केंद्रीय मंत्री, सांसद, विधायक और विधान पार्षदों ने संबोधित किया।