ओलंपिक विजेताओं के साथ दिल्ली पुलिस की अमानवीय व्यवहार से देशवासियों में मोदी सरकार के प्रति गहरी निराशा
मनोज कुमार ।
बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह क्षेत्रीय प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिठू, पूर्व विधायक मो खान अली, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष राम प्रमोद सिंह, बाबूलाल प्रसाद सिंह, कांग्रेस सेवादल के मुख्यसंगठक टिंकू गिरी, युवा कांग्रेस अध्यक्ष विशाल कुमार, महिला कांग्रेस के डा शोभा शर्मा, उदय शंकर पालित, दामोदर गोस्वामी, शिव कुमार चौरसिया, प्रद्युमन दुबे, बलिराम शर्मा, रूपेश चौधरी, अशोक राम, आदि ने गया में सड़को पर अपने हाथो में दिल्ली पुलिस की अमानवीय व्यवहार की तस्वीर के साथ प्रदर्शन करते हुए कहा की भारत के इतिहास के पन्नो में यह लिखा जाएगा की जिस दिन नए संसद भवन का उद्घाटन हुआ था उसी दिन महिला पहलवानों का अपमान भी हुआ था। जिस प्रकार ओलंपिक विजेताओं को सड़को पर घसीट कर बेरहमी से खीच कर दिल्ली पुलिस हिरासत में लेने का काम किया, जिसे संपूर्ण देशवासियों में भयानक आक्रोश है।
नेताओ ने कहा की जिस प्रकार साक्षी मलिक, विनेश फोगाट, के साथ दुर्व्यवहार हुआ क्या इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस को इजाजत दी थी, इसके बारे में सरकार को अविलंब जवाब देनी होगी।
नेताओ ने कहा एथलीटों ने खेल के माध्यम से देश का सम्मान बढ़ाया है, जिन्हे आज न्याय के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। इनकी जीत के सरकार जिन्हे सम्मानित किया वो आज खलनायक बन गए है ?
नेताओ ने कहा की ओलंपिक विजेता विगत एक माह से भी ज्यादा दिनों से धरना पर बैठ कर कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष रहे ब्रजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे , जिस पर सरकार चुप्पी साधे हुए हैं।
नेताओ ने संसद ब्रजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी तथा दोषी दिल्ली पुलिस को कड़ी सजा देने की मांग की है।