व्हाई इज लर्निंग रिक्वायर्ड विषय पर किया गया सेमिनार का आयोजन
चंद्रमोहन चौधरी।
द डिवाइन पब्लिक स्कूल धावां, बिक्रमगंज के सभागार में “व्हाई इज लर्निंग रिक्वायर्ड” विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया।सिविल कोर्ट बिक्रमगंज के अवर न्यायाधीश संजय सिन्हा ने कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में अपना व्याख्यान दिया। द डीपीएस के सह निदेशक अखिलेश कुमार ने मोमेंटो तथा शॉल देकर उन्हें सम्मानित किया। अपने व्याख्यान में न्यायाधीश ने बताया कि शिक्षा जीवन में प्रवाह लाती है। नदी के जल में प्रवाह होता है इसलिए उसमें नित्य नवीनता होती है, जबकि तालाब का जल स्थिर होने के कारण गंदा हो जाता है। लर्निंग जीवन को नवीनता प्रदान करती है। जीवन में सतत सीखना जारी रखें। शिक्षा आपको थकने नहीं देती। शिक्षा से अनुकूलता आती है जिसके द्वारा व्यक्ति जीवन की प्रत्येक स्थिति और संघर्ष को झेलने की क्षमता प्राप्त करता है। सेमिनार में आईआईटीअन अमितेश्वर आनंद ने लर्निंग की प्रक्रिया को अपने अनुभव द्वारा विद्यार्थियों को समझाया।सीबीएसई द्वारा नए पाठ्यक्रम में फिजिकल एजुकेशन के साथ-साथ कला और कौशल को बढ़ावा देने की चर्चा करते हुए उन्होंने सेमिनार को छात्रोपयोगी बताया। इस अवसर पर विद्यालय के सह निदेशक अखिलेश कुमार ने पूरे सेमिनार को अपने संबोधन से प्रभावित किया।शिक्षा को उन्होंने जीवन का अभिन्न अंग बताया।सभागार में उपस्थित कक्षा दसवीं के छात्र-छात्राओं को जीवन से जुड़ी कई बातों को रोचक तरीके से समझाते हुए कुछ प्रोजेक्ट वर्क भी करवाया। उन्होंने कहा कि सेमिनार से आपकी बौद्धिक क्षमता का विकास होता है।पढ़ाई और सिलेबस तो क्लासरूम के अंग हैं लेकिन शिक्षा का मूल उद्देश्य आपको व्यवहारिक बनाना है और व्यावहारिकता समाज में रहने से आती है। सेमिनार आपको समूह में रहना और कार्य करना सिखाता है।ग्रीष्मावकाश में विद्यार्थियों को आनंद मनाने की जगह पसीना बहाने का उन्होंने संदेश दिया। सभागार में शिक्षक विजय मिश्र, बलिराम मिश्र, शशि गुप्ता, उपेंद्र कुमार, संगीता सिन्हा, अंकिता कुमारी सहित विद्यालय के सभी शिक्षक-शिक्षिका और काफी संख्या में छात्र-छात्रा उपस्थित थे।