त्याग, प्रेम, दया और स्नेह की मूर्ति बताया कि सृष्टि का पहला शब्द ” माँ ” हीं है- हरी पन्ना
धीरज ।
शांति निकेतन ऐकाडमी मे मर्दस डे का आयोजन
गया।धूमधाम से मनाया गया शांति निकेतन एकेडमी में मदर्स डे. मनाई गई है गया शहर की ए0पी0 कॉलोनी स्थित शांति निकेतन एकेडमी व अर्चना हाउस कटारी हिल रोड, गोविन्दपूरम,रौना [चाकन्द], गया मे धूमधाम सें मनाया गया मदर्स डे।आयोजन में क्लास 1,2 और 3 से अनिमेष,अजलन,आरव, और रिशव ने गोविंदा सौंग , क्लास 1 और 2 से सृष्टि, आर्यन शर्मा, भक्ति और नितेश ने मैया यशोदा, क्लास जूनियर केजी, सेनिअर केजी और क्लास 1 से अद्विका,रूपल,अनिका,सूरज,सौर्य तिवारी ने दीवानगी –दीवानगी गाने पे नृत्य प्रस्तुत किया है।|जूनियर छात्र – छात्राओं की माताओं ने भी हिस्सा लिया गेम लेटर टू वर्ड में नीतू कुमारी, मंजू कुमारी, आयुषी कुमारी को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। गेम बलून ब्रूस्ट के लिए नेहा कुमारी, पूनम कुमारी, उषा कुमारी को प्रथम द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है | बोल कॉल्लेक्टिंग गेम के लिए निशा दुबे, सबिया खातून,अर्चना को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया एवं म्यूजिकल चेयर गेम के लिए जूही सिंह, नेहा सिंह, माधुरी कुमारी को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार सें सम्मानित किया गया है अन्य सभी माताओं एवं छात्र-छात्राओं को भी पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।क्लास 1, 2 और 3 से शान्वी, पावकी, अरुहि,अनिका,सारा , ततस्वी ने कैट वर्क में हिस्सा लिया है। बच्चों ने माताओं के सम्मान में नृत्य समर्पित किया :- तुझ में रब दिखता है, गाना प्रस्तुत करके सभी को मनमोहित कर दिया है,साथ ही छात्र-छात्राओं ने मदर्स डे पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए हैं।
इस मौके पर विद्यालय प्रबंधन ने माताओं के योगदान और समर्पण को याद किया है|
मदर्स डे के आयोजन पर शिक्षिकाओं ने कहा कि मदर्स डे मनाने का हमारा उद्देश्य हमारे जीवन में माँ के योगदान व हमारे प्रति स्नेह, लगाव और त्याग को सम्मानित करना है।
इस मौके पर विद्यालय के चेयरमैन हरि प्रपन्न ने माँ की महिमा का वर्णन करते हुए उसे त्याग, प्रेम, दया और स्नेह की मूर्ति बताया कि सृष्टि का पहला शब्द ” माँ ” हीं है। जिसकी छाया में मनुष्य ही नहीं देवता भी स्वयं को आनंदित अनुभव करते हैं। मां ही बच्चे की मूक भाषा को समझती है। और उन्होने बच्चों को जीवन में माँ के महत्व और भूमिकाओं के बारे में बताया और बच्चों को माँ का हृदय कभी नहीं दु:खाने एवं उनका आदर करने की बात कही है. इसके साथ ही विद्यालय का उद्देश्य ऐसे कार्यक्रम, आयोजन विद्यालय समय-समय पर करता रहता है जिससे बच्चों में संस्कार ज्ञान व समझ विकसित करना है जो की शिक्षा की उपयुक्त पद्धति है इसके साथ हीं छात्र-छात्राओं ने मदर्स डे पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।