गरीब और लाचार महिलाओं को अंग वस्त्र से पांव पूजन कर अखिलेश ने मनाया शादी का वर्षगांठ
चंद्रमोहन चौधरी ।
बिक्रमगंज शहर के प्रख्यात शिक्षाविद, समाजसेवी, अनाथों के नाथ की उपमा से विभूषित तथा युवाओं के प्रेरणास्रोत द डिवाइन पब्लिक स्कूल धावां बिक्रमगंज के सह निदेशक अखिलेश कुमार ने प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी गरीब, लाचार महिलाओं को साड़ी आदि से पांव पूजन कर अपना वैवाहिक वर्षगाँठ मनाया। विदित हो कि अखिलेश कुमार अपने अद्वितीय कार्यों की वजह से हमेशा ही भीड़ में अपनी अलग पहचान बनाते हैं। सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा तो लेते ही हैं, साथ ही अपने निजी जीवन के बड़े अवसरों पर भी उनका मुख्य उद्देश्य मात्र अपना मनोरंजन तक ही सीमित नहीं रहता बल्कि वहां भी समाज के शोषित एवं वंचितों का कल्याण सर्वोपरि होता है।विद्यालय की स्थापना के बाद से ही वह नियमित रूप से प्रत्येक वर्ष अपनी शादी की वर्षगांठ पर गरीब विशेषकर विधवाओं को अंग वस्त्र से पांव पूजन अनुष्ठान करते हैं। इस वर्ष भी इस उपलक्ष्य में इस महान कार्य की पुनरावृत्ति हुई। सर्वप्रथम वैदिक ब्राह्मणों के द्वारा पूजन एवं हवन के द्वारा युगल दंपत्ति ने ईश्वर की वंदना की तथा अपने गुरुजनों का आशीर्वाद प्राप्त किया। उसके बाद बारी-बारी से आगंतुक सभी महिलाओं की साड़ी से पैर पूजी करके उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। उनके पैतृक गृह पंजरी एवं पंचायत गंजभड़सरा की दर्जनों महिलाओं ने इस जोड़ी के सुखमय एवं मंगलमय जीवन की कामना की। इस अवसर पर अखिलेश कुमार ने विभिन्न क्षेत्रों से आई मातृ स्वरूपा महिलाओं के आगमन पर खुशी प्रकट करते हुए अपने आपको को सौभाग्यशाली बताया। उन्होंने अपने संदेश में बताया कि विगत कई वर्षों से जिस परंपरा का मैं निर्वहन कर रहा हूँ, उससे मेरी आत्मा को सुख एवं संतोष मिलता है। मैं ईश्वर से बस इतनी ही प्रार्थना करना चाहता हूँ कि आनेवाली पीढ़ियों को भी मैं वृद्धों एवं गुरुजनों की सेवा के लिए अपने कृत्यों से प्रेरित कर पाऊं। मुझे ऐसी शक्ति प्रदान करें।