रामनवमी मे हिन्दूओं को फसाने के विरोध में एक दिवसीय धरना, राष्ट्रपति को एक ज्ञापन भेजा
धीरज ।
गया गयाजी शहर के गांधी मैदान पांच नंबर गेट स्थित धरना स्थल पर श्री रामनवमी शोभायात्रा सुरक्षा मंच के बैनर तले हिंदू समाज ने एक दिवसीय विशाल धरना प्रदर्शन किया गया है। मालुम हो बीते महीने श्री रामनवमी शोभायात्रा पर बिहार के कई हिस्सों में पत्थरबाजी सहित राम भक्तों पर हमला किया गया था। प्रशासन द्वारा मामले की जांच न करते हुए रामभक्तो की हीं गिरफ्तारी की गई और बेवजह परेशान किया गया साथ ही साथ शोभायात्रा में शामिल यंत्रों को रोककर थाने में बंद कर दिया गया है। रामभक्तो ने कहां कि बिहार सरकार के इशारे पर पुलिस प्रशासन एवं जिला प्रशासन शोभायात्रा को प्रभाती करने का काम कि थी। बिहार सरकार रामभक्तो कि बडी संख्या को देख पूरी तरह विचलित हो गई है बिहार सरकार हिन्दू समाज कि एकता को देख डर गई है और हिन्दूओ को बांटने के लिए कई संयन्त्र कर रही है। जिस प्रकार गयाजी में पहली बार रामनवमी शोभायात्रा को पुलिस प्रशासन ने लौटने वक्त परेशान कि वो बर्दाश्त नही किया जाएगा। गयाजी में इस वर्ष शोभायात्रा को पूरी तरह प्रभावित करने के लिए प्रशासन और सत्ता दल के लोग पूरा प्रयास किए है जो बर्दाश्त नही किया जाएगा। आज बिहार के हिन्दूओ को एक होने कि आवश्यकता है और बिहार में हिन्दू हित कि बात करने बाले सरकार को लाना कि आवशयकता है।इस अवसर पर बड़ी संख्या में शहर के हिंदू समाज इकट्ठा हुए एवं जय श्री राम एवं भारत माता की जय के नारे लगाए। रामभक्तों ने प्रशासन एवं सरकार के खिलाफ आक्रोश जताते हुए बताया कि राम भक्त मर्यादित तरीके से राम नवमी शोभायात्रा निकालते हैं।लेकिन कुछ उपद्रवी प्रवृत्ति के लोग एक षड्यंत्र के तहत राम भक्तों पर पत्थर बाजी करते हुए श्री रामनवमी शोभायात्रा को रोकने का प्रयास करते हैं। क्या हिंदू धर्म के लोग सुरक्षित तरीके से श्री रामनवमी शोभायात्रा नहीं निकाल सकते ? इसकी जवाब देही कौन लेगा ? चाकंद, इटमा और गया जिला के विभिन्न स्थानो पर जिस प्रकार रामभक्तो पर अत्याचार हुआ और उन्हे प्रताड़ित किया गया वो दुखद घटना है और निंदनीय है प्रशासन द्वारा उल्टा इन स्थानो पर प्रशासन ने हिन्दूओ को प्रताड़ित करने का काम किये है और एक तरफा कारवाई कि है श्री रामनवमी शोभायात्रा में ध्वनि विस्तारक यंत्रों को रोक कर बेवजह रामभक्तो को परेशान किया गया और झुठे केस में फंसाया गया है।
राम भक्तों ने श्री राम नवमी शोभायात्रा पर जगह जगह षड्यंत्र पूर्वक किया गए हमले पर नियमानुकूल करवाई करने हेतु कुछ बिंदु रखे हैं पहला रामनवमी शोभायात्रा में हुए हिंसा ने संविधान और भारतीय लोकतंत्र में हमारे दृढ़ विश्वास को झकझोर कर रख दिया है।
दुसरा उपद्रवियों द्वारा किया गए हिंसा सत्यापित हो चुके हैं।
तीसरा जगह जगह पर शोभा यात्रा में उपद्रवियों द्वारा हमला किया गया है और उसके बाद रामनवमी शोभायात्रा के कार्यकर्ताओं या समर्थकों को हीं सरकार द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है।
चौथा जिन लोगों ने स्वतंत्र लोकतंत्र में अपने लोकतांत्रिक अधिकार का प्रयोग किया है उन लोगों के खिलाफ प्रतिशोध के रूप में यह कार्रवाई हो रही है। राज्य मशीनरी से पीड़ित व्यक्ति को कोई सहियोग नहीं मिल रहा है। राम भक्तों की मांग इस प्रकार हैं -बिहार में सरकार की ओर से की जा रही प्रतिशोधात्मक करवाई को तुरंत रोकी जाए।
इस उपद्रव के लिए जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार कर सजा दी जाए। इसके लिए हर संभव संविधानिक प्रावधान का प्रयोग किया जाए।
पीड़ितों को पर्याप्त सुरक्षा प्रदान की जाए एवं आवश्यकता मुआवजा भी दिया जाए ।
राम भक्तों ने राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री तक पत्र लिखकर अपनी बात पहुंचाई है।
इस कार्यक्रम संचालन ओमप्रकाश सिंह एवं धन्यावाद ज्ञापन प्रताप कुमार सिंह ने किया है।
वही दुसरी ओर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नगर कार्यवाह सुनील कुमार,श्री रामनवमी शोभायात्रा सुरक्षा मंच के प्रमुख ओमप्रकाश सिंह,सह प्रमुख प्रेम नाथ टईया,नगर विधायक प्रेम कुमार, वजीरगंज विधायक विरेन्द्र कुमार सिंह,रामनवमी शोभायात्रा के कार्याध्यक्ष क्षितिज मोहन सिंह,रामनवमी शोभायात्रा के सदस्य पशुपतिनाथ उपमन्यु, सूरज सिंह,सह प्रमुख कमल बारीक,नितिन कुमार,जिला अध्यक्ष धनराज शर्मा,प्रताप सिंह,भाजपा कार्यकर्ता मुकेश शर्मा जिलाधिकारी को मांग पत्र सौंपे।