मोदी सरकार को ” राष्ट्र_ हानि ” से उतना डर नहीं जितना ” मानहानि ” से-कांग्रेस
मनोज कुमार ।
बिहार, जम्मू_ कश्मीर, गोवा, मेघालय के राज्यपाल रहे सत्यपाल मालिक ने प्रधानमंत्री, उनके कार्यालय पी एम ओ, तथा एन एस ए अजीत डोभाल के बारे किए गए सनसनी खेज बातो को उजागर करने से देशवासियों में सच्चाई जानने की व्यग्रता है, जिसे मोदी सरकार को किल्यारिफाई कराना होगा ।
बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह क्षेत्रीय प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिठू, पूर्व विधायक मो खान अली, जिला उपाध्यक्ष राम प्रमोद सिंह, बाबूलाल प्रसाद सिंह, युगल किशोर सिंह, विपिन बिहारी सिन्हा, उदय शंकर पालित, धर्मेंद्र कुमार निराला, दामोदर गोस्वामी, टिंकू गिरी, शिव कुमार चौरसिया, सुरेंद्र मांझी, विनोद उपाध्याय, सुजीत कुमार गुप्ता, राजेश अग्रवाल, मो समद, असरफ इमाम, आदि ने कहा की पूर्व राज्यपाल, भाजपा नेता सत्यपाल मलिक ने कहा की 2019 में जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सी आर पी एफ के काफिले पर हुए हमले केंद्र सरकार की नाकामी थी, जिसके बारे में मेरे द्वारा उस समय खुलासा करने हेतु प्रधानमंत्री जी एवम् डोभाल से पूछने पर मुझे प्रधानमंत्री एवम् डोभाल दोनो ने चुप रहने को कहा था।
नेताओ ने कहा पूर्व राज्यपाल द्वारा प्रधानमंत्री पर लगाए गए गंभीर आरोपों की खुलासों की जांच करा कर देशवासियों के सामने सच्चाई उजागर होनी चाहिए।
नेताओ ने कहा की सत्यपाल मलिक जी जो पुलवामा हमला के वक्त जम्मू कश्मीर के राज्यपाल थे, जिनके द्वारा रहस्यमय बातो के उजागर होने से यह भी पूरी तरह प्रमाणित होती है की मोदी सरकार 2019 के लोकसभा चुनाव में पुलवामा हमले और पाकिस्तान को ही मुद्दा बना कर जीता।
नेताओ ने कहा की पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मालिक के इस रहस्योघाटन के बाद पुलवामा हमला में शहीद हुए देश के वीर जांबाज की आत्मा, उनके परिवार पर आज क्या बीत रहा होगा।
नेताओ ने कहा भ्रष्टाचार के मामले में भी पूर्व राज्यपाल ने कहा की प्रधानमंत्री जी को भ्रष्टाचार से कोई नफरत नहीं है, पी एम ओ को भ्रष्टाचार की कई गंभीर मामले बताने के बाद भी कोई एक्शन नहीं होता।
नेताओ ने कहा की हाल में पी एम ओ तथा केंद्रीय गृह मंत्रालय के द्वारा राष्ट्र स्तरीय फ्रॉड को जेड प्लस सुरक्षा तक मुहैया कराने के बाते सामने आने पर आनन, फानन में उसकी सुरक्षा वापस ली गई थी, जबकि उसने महीनो जम्मू कश्मीर में उन सुरक्षा बलो के साथ कितने गलत काम करते रहा।
नेताओ ने कहा की प्रधानमंत्री जी को ” राष्ट्र हानि ” से उतना डर नही है, जितना ” मानहानि ” से।