पुलिस ने बीते दिनों हुये दोहरे हत्याकांड का किया उद्भेदन ,पांच अपराधी गिरफ्तार

अजय सिंह।

सुपौल पुलिस ने बीते 09 एवं 10 अप्रैल को हुए दोहरे हत्याकांड का गुरूवार को उद्भेदन किया है। इसको लेकर सदर एसडीपीओ कुमार इन्द्रप्रकाश ने सदर थाना में आयोजित प्रेसवार्ता में बताया कि बीते दिनों हुए रामसागर कुमार एवं प्रिंस हत्या में शामिल कुल 05 आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है। उन्होंने कहा कि जिले के सदर थाना क्षेत्र अंतर्गत डिग्री कॉलेज के समीप बीते 09 अप्रैल को सुबह 08 बजे एक शव फेंके होने की सूचना मिली। जिसके बाद सदर थानाध्यक्ष मनोज महतो वरीय पदाधिकारी को सूचित करते हुये दल-बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे एवं शव को कब्जे में लेकर अग्रेतर कार्रवाई शुरू कर दी। वहीं शव की पहचान किशनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत फुलकाहा वार्ड 10 निवासी 19 वर्षीय रामसागर कुमार के रूप में हुई। इस संबंध में सदर थाना कांड सं-294/2023 दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया गया।

जिसके बाद पुनः 10 अप्रैल को सुबह में जिले के किशनपुर थाना क्षेत्र के कोशी तटबंध पर खखई हनुमान मंदिर के सामने सड़क के किनारे एक शव फेंके होने की सूचना प्राप्त हुई। जिसके बाद सूचना मिलते ही किशनपुर प्रभारी थानाध्यक्ष जितेन्द्र कुमार वरीय पदाधिकारी को सूचित करते हुए दल बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचकर अपने कब्जे में लेकर अग्रेतर कार्रवाई शुरू कर दी। शव की पहचान जिला मुख्यालय के गौरवगढ़ निवासी 16 वर्षीय प्रिंस कुमार के रूप में हुई। इस संदर्भ में किशनपुर थाना कांड सं-87/2023 दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ हुई।

जिले में पुलिस अधीक्षक के योगदान के बाद एक दिन के अंतराल पर लगातार हत्या की घटना को गंभीरता को देखते हुए सदर एसडीपीओ कुमार इन्द्र प्रकाश के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन करते हुए घटना का उदभेदन एवं संलिप्त अपराधियों की गिरफ्तारी का निर्देश दिया। गठिम टीम में पुलिस निरीक्षक कृष्णबली सिंह, सदर थानाध्यक्ष मनोज कुमार महतो, भपटियाही थानाध्यक्ष सुमन कुमार, किशनपुर थानाध्यक्ष मो महबूब आलम, पिपरा थानाध्यक्ष बिनोद कुमार सिंह, पुअनि अखिलेश्वर कुमार, पुअनि नागमणी मधुकर, प्रभारी डीआईयू सेल एवं टीम के साथ पुलिस जवान शामिल थे।

– गिरफ्तार अपराधियों ने खोला दोनो हत्या का राज
उन्होंने बताया कि इसके बाद गठित टीम द्वारा अनुसंधान के कम में यह पाया गया कि दोनों घटना एक-दूसरे से जुड़े हुए हैं। टीम द्वारा वैज्ञानिक अनुसंधान, सूचना आदि के आधार पर सबसे पहले भपटियाही थाना क्षेत्र के टेगराहा निवासी सुमन कुमार को निगरानी में लेकर पूछताछ किया। जिस क्रम में उसने बताय कि 08 अप्रैल की शाम में डिग्री कॉलेज चौक के समीप रामसागर कुमार के बाइक में साईकिल से टक्कर के बाद रोका गया एवं उसे खींच कर लॉज में ले जाकर हत्या कर दी गई। आगे बताया कि रामसागर की हत्या में गौरवगढ़ निवासी प्रिंस कुमार एवं अन्य की मुख्य भूमिका थी। उसके निशानदेही पर घटना में संलिप्त सदर थाना क्षेत्र सुकमारपुर निवासी संजय कुमार, गौरवगढ़ निवासी गणपत साह, अशोक कुमार को निगरानी में लेकर पूछताछ किया गया। जिस क्रम में इन सभी ने रामसागर की हत्या में अपनी संलिप्तता स्वीकार की।

– डराने की उद्देश्य से ले गए थे रामसागर को और मार डाला
सदर एसडीपीओ इन्द्रप्रकाश ने कहा कि पकड़े गए अपराधियों ने पूछताछ में बताया कि रामसागर एवं प्रिंस के बीच पैसों एवं लड़की से फोन पर बातचीत को लेकर की विवाद था। जिस कारण रामसागर को डराने-धमकाने के उद्देश्य से पकड़कर ले गए थे। लेकिन इसी बीच प्रिंस एवं सभी आरोपियों ने उसकी हत्या कर दी। जबकि रामसागर की हत्या के प्रतिशोध में ही अगले दिन प्रिंस कुमार की हत्या कर टीयूवी वाहन से उसकी लाश को कोशी पूर्वी तटबंध पर फेंक दिया। गठित टीम द्वारा प्रिंस की हत्या में संलिप्त पिपरा थाना क्षेत्र के जोल्हनियां निवासी प्रेम कुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया ताे उसने बताया कि कुटी टोला निवासी राजा कुमार सहित अन्य दो लोग प्रिंस को पकड़कर टीयूवी वाहन से उसके पास लाए थे। जिसके बाद उसकी हत्या कर पूर्वी तटबंध पर फेंक दिया। उसकी निशानदेही पर प्रिंस की हत्या में संलिप्त तीन लोगों की पहचान एवं घटना में प्रयुक्त टीयूवी वाहन को बरामद किया गया है एवं अन्य अपराधियों की पहचान की जा रही है। जिसके बाद सभी को गिरफ्तार किया गया एवं कुल पांच अपराधियों को न्यायिक हिरासत में भेजा जा रहा है। दोनो हत्याकांड का स्पीडी ट्रायल कराया जाएगा। पुलिस वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाने के लिए एफएसएल भागलपुर की टीम से मदद ले रही है।

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