एससी एसटी आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ सड़क पर उतरा दलित समाज, सड़क जाम कर जताया विरोध

दिवाकर तिवारी ।

सासाराम। देश के सर्वोच्च न्यायालय द्वारा बीते दिनों अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति आरक्षण में कोटा के अंदर कोटा लागू करने के दिए गए फैसले का रोहतास जिले में जमकर विरोध हुआ। सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ देश के कई दलित आदिवासी संगठनों ने पहले ही बुधवार को भारत बंद का आह्वान किया था। जिसका व्यापक असर रोहतास जिले में साफ तौर पर देखने को मिला। भीम आर्मी रोहतास एवं अंबेडकरवादी संगठन के बैनर तले शहर के पोस्ट ऑफिस चौराहे पर तकरीबन सुबह 11 बजे से लेकर दोपहर के 2 बजे तक विभिन्न दलित आदिवासी संगठनों ने पुरानी जीटी रोड को जामकर सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के खिलाफ प्रदर्शन किया तथा सुप्रीम कोर्ट के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। रोहतास जिला मुख्यालय सासाराम में भारत बंद का नेतृत्व कर रहे भीम आर्मी के नेता अमित पासवान ने कहा कि बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर के दिए गए अधिकारों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का फैसला पूरी तरह असंवैधानिक है। सुप्रीम कोर्ट संविधान के धारा 341 का खुलेआम उल्लंघन कर रही है तथा यह एक प्रकार से आरक्षण को समाप्त करने की साजिश हो रही है। इस दौरान उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में कॉलेजियम सिस्टम से जजों की होने वाली बहाली एवं मंत्रालयों में लैटरल एंट्री पर रोक लगाने की भी मांग की तथा कहा कि अगर आरक्षण के साथ किसी भी तरह की छेड़छाड़ हुई तो आगे भी विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।

वहीं भारत बंद के आह्वान को देखते हुए रोहतास पुलिस पूरी तरह मुस्तैद दिखी। जगह-जगह दंडाधिकारियों के साथ भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी जिससे भारत बंद के दौरान जिले में कहीं से भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं प्राप्त हुई। हालांकि प्रदर्शन के दौरान शहर के बाजार पूरी तरह खुले रहे तथा लोगों ने आम दिनों की तरह हीं खरीदारी का खूब मजा लिया। लेकिन सड़क जाम एवं चौक चौराहों के बंद रहने से पुरानी जीटी रोड के दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी-लंबी कतारें देखी गई। जिससे आम लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। विरोध प्रदर्शन के दौरान सदर एसडीओ आशुतोष रंजन, सदर डीएसपी दिलीप कुमार, नगर थानाध्यक्ष राजीव रंजन राय सहित भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहे।

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