अज्ञात शव के साथ रोहतास पुलिस की शर्मनाक हरकत, पोस्टमार्टम के 72 घंटे बाद नदी में फेंका

दिवाकर तिवारी ।

सासाराम। डेहरी स्थित सोन नदी से डेहरी नगर थाने की पुलिस ने प्लास्टिक में बंधे दो शव को बरामद किया है। सोन नदी पर बने रेल पुल के नीचे से एक साथ दो शव मिलने से इलाके में हड़कंप मचा हुआ है तथा पुलिस की कार्यशैली पर भी लोग सवाल उठा रहे हैं। बताया जाता है कि सोन नदी से बरामद दोनों शव अज्ञात है तथा पोस्टमार्टम के बाद 72 घंटे तक पहचान के लिए रखे गए थे, लेकिन जब दोनों शव की पहचान नहीं हो पाई तो पुलिस ने शव को एक बड़े प्लास्टिक में बांधकर सोन नदी में फेंक दिया। जिससे रोहतास पुलिस के इस अमानवीय हरकत की हर तरफ निंदा हो रही है। इधर घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे डेहरी एएसपी शुभांक मिश्रा ने पहले घटनास्थल का जायजा लिया तथा उनकी उपस्थिति में जब दोनों शव की जांच की गई तो पाया गया कि उनका पहले हीं पोस्टमार्टम हो चुका है। मिली जानकारी के मुताबिक एक शव सासाराम जीआरपी द्वारा किसी अज्ञात भिखारी का भेजा गया था जबकि दूसरा शव शिवसागर थाना क्षेत्र से दुर्घटना में मारे गए व्यक्ति का था। हालांकि दोनों शव पोस्टमार्टम के बाद 72 घंटे तक सदर अस्पताल के शीत गृह में पहचान के लिए रखे गए थे, लेकिन पहचान नहीं होने की स्थिति में जब डिस्पोजल करने की बारी आई तो पुलिस ने मानवीय संवेदनाओं एवं कर्तव्य निष्ठा को दरकिनार करते हुए शव को नदी में फेंक दिया। पुलिस के इस शर्मनाक हरकत की हर कोई निंदा कर रहा है तथा सोशल मीडिया पर भी लोग नाराजगी जता रहे हैं।

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इस संदर्भ में डेहरी एएसपी शुभांक मिश्रा ने बताया कि डेहरी नगर परिषद के ईओ के नेतृत्व में पूरे मामले की जांच कराई जाएगी तथा दोषी पाए जाने पर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी। वहीं रेल डीएसपी अमृतेंदु शेखर ठाकुर ने भी इस मामले को गंभीर और मानवीय संवेदनाओं के खिलाफ बताया। उन्होंने कहा कि अज्ञात शव को नदी में फेंकना न केवल कानूनी तौर पर गलत है, बल्कि मानवता के खिलाफ भी है। उन्होंने मामले की जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की बात कही है।