पौधा रोपण कर बच्चों ने दिया प्रकृति संरक्षण का संदेश हरा रंग जीवन, विकास और उर्वरता का भी प्रतीक है : पूनम सिन्हा

धीरज गुप्ता

गया। शहर के नैली रोड खटकाचक स्थित श्री शिक्षा निकेतन स्कूल में ग्रीन डे एवं फ्रूट डे समारोह का आयोजन किया गया है। इस मौके पर पूरे विद्यालय परिसर को हरे रंग के गुम्वारे एवं हरे रंग के पत्तियों से सजाया गया है। सभी बच्चे एवं शिक्षिकाओं ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए हरे रंग के परिधान डालकर विद्यालय पहुंचे हैं। इस मौके पर प्राचार्या पूनम सिन्हा ने बच्चों के साथ मिलकर विद्यालय परिसर में पौधा रोपण कर प्रकृति को बचाने का संदेश दिया। साथ ही सभी शिक्षिकाएं बच्चों ने पौधा लगाने एवं उसकी रक्षा करने का शपथ लिया। वहीं नन्हे-मुन्नों ने हरे रंग की पोशाक पहनकर और आकर्षक पौधों, पत्तियों, हरे गुब्बारों के संग्रह, खिलौनों आदि से मनमोहक दृश्य बनाकर प्रकृति का को बचाने का संदेश दिया है। इस मौके पर बच्चों ने पेंटिग के माध्यम से हरे रंग के फल, सब्जियों का दृश्य बनाया है।
वहीं बच्चों को फल एवं सब्जियों को दिखाकर उसके महत्व एवं उससे प्राप्त होने वाली एनर्जी के बारे में भी बताया गया है। शिक्षिकाओं बच्चों को बताया कि हमे हमेशा हरे साग सब्जियों का सेवन करना चाहिए। इसके सेवन से हमारे आंखों की रोशनी अच्छी रहती है। हमारे शरीर को ऊर्जा मिलती है। वहीं नन्हे मुन्हे बच्चों ने विभिन्न तरह के फल जैसे आम, अमरूद, नासपाती, खीरा, पपीता के साथ सब्जियों के सलाद बना कर अपने शिक्षक शिक्षिकाओं को दिया है।
इस मौके पर विद्यालय की प्राचार्या पूनम सिन्हा ने कहा कि हम अपनी प्रकृति का सम्मान करने और उसका जश्न मनाने के लिए ग्रीन डे मनाते हैं। हमें प्रकृति के विकास के लिए ग्रीन डे मनाना चाहिए। प्रकृति हमें हमेशा वो चीजें प्रदान करती है जो कोई भी हमें कभी नहीं दे सकता है। हरा रंग जीवन, प्रकृति और ऊर्जा का रंग है। यह विकास और समृद्धि से जुड़ा है। यह घास, पत्तियों और हमारी माँ पृथ्वी का रंग है। हरा रंग जीवन, विकास और उर्वरता का भी प्रतीक है। हरा रंग जहाँ स्मृद्धि का प्रतीक है वहीं हमारी आंखों को भी सकून देता है। सिन्हा ने बताया कि वहीं कक्षा प्ले ग्रुप और नर्सरी के बच्चों के बीच अपना स्कूल बैग तैयार करो के तहत गेम का भी आयोजन किया जिससे उनकी मानसिक क्षमता का विकाश हो। पूरा कार्यक्रम प्राचार्या पूनम सिन्हा के दिशा निर्देशन में व उप प्राचार्या रूपा गुप्ता के देख रेख में किया गया। इस आयोजन में विद्यालय के सभी शिक्षक शिक्षिकाओं ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया है।