स्टेडियम बनाओ संघर्ष समिति ने चरणबद्ध आंदोलन का किया शंखनाद

मनोज कुमार ।
अति प्राचीन, अन्तरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त, विश्व पर्यटन मानचित्र पर अपना स्थान रखने वाला गया शहर में वर्षो से प्रस्तावित भुशनडा- सलेमपूर पशु मेला परिसर में अधिग्रहित 13 एकड़ जमीन तथा इसके बाउंड्री के लिए राज्य सरकार से वर्षो पहले निर्गत 05 करोड़ रुपये के बाद भी अभी तक स्टेडियम का निर्माण कार्य शुरू नहीं होने से गया के छात्र, युवा, सहित आमजन में भयानक आक्रोश है।बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि एवं संयोजक स्टेडियम बनाओ संघर्ष समिति, सह संयोजक व प्रवक्ता मोहम्मद ग़ालिब, महासचिव रंजीत कुमार यादव, संरक्षण प्रो बी के पी वर्मा, प्रो डॉ दीनानाथ, शंकर प्रसाद, विपिन बिहारी सिन्हा, कुंदन कुमार, विशाल कुमार आदि ने कहा कि आज गया में कोई भी राष्ट्रीय, राज्य या जिला स्तर का भी कोई बेहतरीन स्टेडियम नहीं होने से ना तो यहां कोई मैच, खेलकूद प्रतियोगिता, छात्र- युवा को प्रतियोगिता परीक्षा के फिजीकल की तैयारी आदि में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

गया शहर के गांधी मैदान में अवस्थित हरिहर सुब्रमण्यम स्टेडियम इंडिया गांधी इंडोर स्टेडियम, अनुग्रह पूरी कॉलोनी दोनों की स्थिति काफी जर्जर है ।नेताओं ने कहा कि बिहार सरकार वर्षो पूर्व बिहार में सबसे बेहतर स्टेडियम एवं स्पोर्ट्स अकादमी गया में खोलने का निर्णय लिया था, परंतु य़ह प्रोजेक्ट नालंदा जिला के राजगीर में स्थानांतरण हो गया।नेताओं ने कहा कि सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भुशुंडा – सलेमपूर पशु मेला परिसर में सन 2006 में ही महती जनसभा को संबोधित करते हुए भुशुंडा पशु मेला परिसर में स्टेडियम निर्माण की घोषणा किये थे। जो आज तक ठंढे बस्ते में डाल दिया गया है।
नेताओं ने चरणबद्ध आंदोलन का आन्दोलन का शंखनाद 28 जुलाई 2024 को भुशुंडा पशु मेला परिसर में अधिग्रहित 13 एकड भूमि पर धरना-प्रदर्शन का कार्यक्रम से होगा।
नेताओं ने गया के छात्र, नौजवान से आग्रह किया है कि 28 जुलाई को आयोजित धरना-प्रदर्शन में ज्याद से ज्यादा संख्या मे शामिल हो कर कार्यक्रम को सफल बनाए।