मुस्लिम समुदाय ने मोहर्रम पर्व पर इस्लामिक ,महावीर झंडा, भगवा झंडा, एवं तिरंगा झंडा के साथ निकाला ताजिया जुलूस

विश्वनाथ आनंद ।
औरंगाबाद (बिहार): – मोहर्रम पर्व के मौके पर गंगा-जमुनी तहजीब देखने को मिल रही है.यहां मोहर्रम पर के अवसर पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने तिरंगा झंडा अली या हुसैन के झंडे के साथ भगवा झंडा महावीर झंडा तख्ती पर लिखा हुआ सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा, हम हम बुल बुलेट हिंदुस्तान जिंदाबाद हिंदू मुस्लिम एकता जिंदाबाद के नारे से औरंगाबाद शहर में गूंज उठा.जहां हिंदू भाईचारा देखने को मिला जो औरंगाबाद डीएम श्रीकांत शास्त्री, पुलिस अधीक्षक स्वप्ना गौतम मेश्राम, सदर अनुमंडल पदाधिकारी संतान सिंह, एसडीपीओ संजय पांडे, नगर थाना अध्यक्ष उपेंद्र कुमार सिंह, नगर सर्किल इंस्पेक्टर मृत्युंजय कुमार सहित ने लोगों ने बधाई देते हुए कहा कि औरंगाबाद में सचमुच आपसी भाईचारा है जो आज तिरंगा झंडा या हुसैन झंडे के साथ हिंदू धर्म के महावीर झंडा भगवा झंडा जो देखने को मिली इससे साफ साबित होता है कि औरंगाबाद में अमन चैन आपसी भाईचारा लोग पसंद करते हैं जो आज बुधवार को देखने को मिला हैऔरंगाबाद में मोहर्रम की दसवीं जुलूस मौके पर कार्यक्रम के तहत जुलूस में शामिल लोग तिरंगा झंडा मुस्लिम समाज ने सर पर टोपी और हाथ में तिरंगा लेकर शहर में हिंदुस्तान जिंदाबाद हिंदू मुस्लिम एकता जिंदाबाद हम हैं। सब भाई भाई मोहर्रम के जुलूस के मौके पर निकाली.

पैगाम ए इंसानियत के जिलाध्यक्ष समाजसेवी मो. शाहनवाज रहमान उर्फ सल्लू खान, पठान टोली, मोहल्ला के गोल धारी उस्ताद शाहनवाज उर्फ टीका खान, सैयद असलम उर्फ उर्फ चुना, औरंगजेब खान, अजीम खान, मोहम्मद शाहनवाज आलम, अब्दुल्ला राजा, मो. फिरोज खान, मो. नईम नियाजी, मो. बुरहान खान, मो. इमरान खान, मो. हसीब, रईस आजम खान उर्फ छोटन, पूर्व नगर परिषद नगर अध्यक्ष में हजारों की संख्या में मुस्लिम समाज के लोगों ने इस मोहर्रम पर के मौके पर तिरंगा झंडा लिए हुए जुलूस में शामिल होकर देशभक्ति के गीतों में हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारा लगाने के साथ या हुसैन या अली जयकारे भी लगाए.जुलूस के मौके पर पुलिस अधिकारी एवं दंडाधिकारी भी शामिल हुए हैं। दरअसल, पूरे देश में मोहर्रम पर्व का जुलूस बाजार में निकली है मोहर्रम पूरे देश में मनाया जा रहा है.बूढ़े से लेकर बच्चों तक तिरंगा झंडा को लेकर हिंदुस्तान की एकता अखंडता को सफल बनाने के आपके भाईचारा का संदेश निकाली जा रही है. इसी के तहत औरंगाबाद शहर में मोहर्रम पर्व के मौके पर तिरंगा झंडा एवं तकिया लेकर समाजसेवी मो सल्लू खान के नेतृत्व में मोहर्रम पर्व पर कहा कि मदीना से कर्बला तक के सफर में हजरत इमाम हुसैन ने अमन व शांति का संदेश दिया हर मौके पर उन्होंने कहा कि जंग में पहल नहीं करनी चाहिए, जंग टालने की कोशिश करनी चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि अगर पवित्र धार्मिक स्थलों में झगड़ा व खून बहने का अंदेशा हो तो उस जगह को छोड़ देना चाहिए.फिर भी इमाम हुसैन ने कभी यह नहीं कहा कि हक व सच्चाई के रास्ते से हट जाना चाहिए.उन्होंने यह संदेश दिया कि भले ही सिर कट जाए मगर जालिम का समर्थन नहीं करना चाहिए. इतिहास के पन्नों में हजरत इमाम हुसैन का हर अमल दर्ज है.सल्लू खान ने कहा कि इमाम हुसैन का कर्बला के मैदान में यह पैगाम कि अत्याचार के विरुद्ध जितनी देर में आवाज उठाओगे, उतना ज्यादा बलिदान देना पड़ेगा.तमाम लोगों के लिए मार्गदर्शक है.

-आपसी भाईचारा का दिया संदेश

-मोहर्रम पर्व के दशमी जुलूस में राष्ट्रीय गीत सारे जहां से अच्छा हिंदोस्ता हमारा का गुंज गुज्ते रहा.हम