-औरंगाबाद में बरसात का पहला बारिश ने नगर परिषद के नाली की सफाई व्यवस्था का खोला पोल
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विश्वनाथ आनंद
औरंगाबाद (बिहार)- बिहार के औरंगाबाद में बादल की गड़गड़ाहट एवं चमकते तारे के बीच घंटो मूसला बारिश होते रहा. जिससे औरंगाबाद के कई मोहल्ले एवं समाहरणालय परिसर बरसात के पानी से तालाब में तब्दील हो गया. समाहरणालय परिसर में इतना पानी जमा हुआ था कि कई चार पहिए वाहन नाली में गिर गया. जिससे वाहन पर बैठे लोग दुर्घटना होने से बाल- बाल बचे. सिविल कोर्ट के वरीय अधिवक्ता सत्येंद्र नारायण सिंह ने मीडिया से खास बातचीत के दौरान कहा कि औरंगाबाद समाहरणालय परिसर में बरसात का पहला बारिश होने पर सम्हाराणालय तालाब में तब्दील हो गया. जिससे नगर परिषद के कार्यकलापों पर कई सवाल को खड़ा करता है. उन्होंने आगे कहा कि नाली का बरसात आने के पहले साफ सफाई कर दिया जाता तो समाहरणालय परिसर बरसात की पहली बारिश में तालाब में तब्दील नहीं होता. उन्होंने जिला प्रशासन से जांच कर कृत कार्रवाई करने की मांग किया है. उन्होंने आगे कहा कि शहर को साफ सफाई को लेकर सरकार पूरी तरह से चौकस है
इसके बावजूद भी जिला नगर परिषद द्वारा नाली का साफ सफाई नहीं करना कई सवाल को खड़ा करता है. उन्होंने आगे कहा कि बरसात का पहली बारिश होने एवं नाली का गंदा पानी सड़कों पर तब्दील होने से कई बीमारी फैलने की आशंका है. उन्होंने नगर परिषद के सभी वार्डों एवं समाहरणालय परिसर में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव करने की मांग जिला प्रशासन एवं नगर परिषद से किया है. उन्होंने आगे कहा कि एक तरफ मूसला वारिस होने से किसानों में खुशी देखा जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ औरंगाबादवासी बारिश होने से जमीन का जलस्तर बढ़ने का खुशी का इजहार कर रहे हैं. अब देखना है कि वरीय अधिवक्ता के मांग पर जिला प्रशासन नगर परिषद क्या कार्रवाई कर पाती है यह तो आने वाला वक्त बताएगा. जिस प्रकार से समाहरणालय परिसर में बरसात का पहला वारिस से समाहरणालय तालाब में तब्दील हो गया. जिससे नगर परिषद के कार्य शैली पर सवाल या निशान जरूर खड़ा करता है. इसी तरह कई राजनीतिक, बुद्धिजीवी एवं समाजसेवियों ने भी जिला प्रशासन से शहर की साफ सफाई एवं नाली की सफाई करने की मांग किया है.
बादल की गर्गड़ाहट एवं चमकते तारे के बीच बिहार के औरंगाबाद में घंटो हुआ मूसला बारिश- वरीय अधिवक्ता सत्येंद्र नारायण सिंह.
-घंटो मूसला बारिश होने से औरंगाबाद के समाहरणालय परिसर तालाब में हुआ तब्दील.
-सिविल कोर्ट औरंगाबाद के वरीय अधिवक्ता सत्येंद्र नारायण सिंह ने समाहरणालय में जल जमाव होने पर नगर परिषद के कार्यकलापों पर सवाल खड़ा करते हुए जिला प्रशासन से जांच की किया मांग.