एनडीए प्रत्याशी उपेंद्र कुशवाहा को मिले 2.6 लाख मत

दिवाकर तिवारी ।

सासाराम। काराकाट लोकसभा क्षेत्र से इंडि गठबंधन सह माले प्रत्याशी राजाराम कुशवाहा ने अपने सभी विरोधियों को पटखनी देते हुए जीत दर्ज किया है। राजाराम कुशवाहा ने बिहार के काराकाट सीट से लगभग एक लाख मतों के अंतर से जीत दर्ज की है। माले प्रत्याशी राजाराम कुशवाहा को लगभग 3.8 लाख मत प्राप्त हुए, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी पवन सिंह को लगभग 2.7 लाख वोट मिले। वहीं वोटो की गिनती के अंतिम चरण में तीसरे स्थान पर पहुंचे एनडीए प्रत्याशी उपेंद्र कुशवाहा को लगभग 2.6 लाख मत प्राप्त हुए। काराकाट क्षेत्र की जनता ने सभी राजनीतिक विश्लेषकों के पूर्वानुमान को दरकिनार करते हुए महागठबंधन के प्रत्याशी पर अपना भरोसा दिखाया है। चुनाव प्रचार के दौरान सभी पार्टियां अपने अपने समर्थन में जातीय गोलबंदी की कोशिश करती रहीं लेकिन जनता ने इससे परे महंगाई एवं बेरोजगारी को हीं अपना मुद्दा बनाया। चुनाव पूर्व तथा चुनाव के दौरान राजनीतिक विश्लेषकों द्वारा परिणाम को लेकर तरह-तरह के कयास भी लगाए जा रहे थे लेकिन जनता ने सारे कयासों को झूठा साबित कर दिया। जनता के इस अपार समर्थन ने पहले से चले आ रहे सभी चुनावी समीकरणों को गलत साबित किया है जो सभी राजनीतिक दलों के लिए एक सबक है। बता दें कि काराकाट में लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में बीते 1 जून को मतदान हुआ था तथा इस लोकसभा क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित कई दिग्गज नेताओं ने एनडीए प्रत्याशी के समर्थन में जनसभाएं की। लेकिन एनडीए प्रत्याशी उपेंद्र कुशवाहा को जीत नहीं दिला सके। यहां निर्दलीय प्रत्याशी पवन सिंह के कारण उपेंद्र कुशवाहा को करारी शिकस्त झेलनी पड़ी और मतगणना के अंतिम चरण में पवन सिंह ने उपेंद्र कुशवाहा को तीसरे स्थान पर भी धकेल दिया।
काराकाट लोक सभा क्षेत्र से पवन सिंह के निर्दलीय चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद से हीं यह लोकसभा बिहार का सबसे हॉट सीट बन गया था और पवन सिंह ने नामांकन के बाद रोड शो में अपने समर्थकों की भारी भीड़ जुटाकर प्रतिद्वंदियों के होश उड़ा दिए। शुरुआत में यहां एनडीए एवं महागठबंधन के प्रत्याशियों में हीं मुकाबले की उम्मीद जताई जा रही थी, लेकिन पवन सिंह ने आकर लड़ाई को त्रिकोणीय बना दिया। वहीं इस लड़ाई में भोजपुरी जगत के कई नामकीन सितारे भी इस मैदान में कूद पड़े और पवन सिंह के समर्थन खूब प्रचार प्रसार किया गया। जिससे उपेंद्र कुशवाहा की मुश्किलें बढ़ गई और इसका सीधा फायदा राजा राम कुशवाहा को मिल गया।

जश्न में डूबे महागठबंधन समर्थक

शहर के महागठबंधन समर्थकों में सुबह से हीं चुनाव परिणाम के रुझानों को देखते हुए जश्र का माहौल देखने को मिला। चिलचिलाती धूप में भी समर्थक पूरे दिन शहर की सड़कों पर पार्टी का झंडा व बैनर लिए घुमते दिखे और शहर के विभिन्न जगहों पर समर्थकों ने लोगों के बीच मिठाईयां भी बांटी व पटाखे जलाये। इधर मतगणना स्थल से बाहर आने पर काराकाट लोकसभा क्षेत्र से महागठबंधन प्रत्याशी राजाराम कुशवाहा को बधाई देने के लिए लोगों में होड़ मच गई और समर्थकों ने उन्हें फूल माले से ढक दिया। जिले के तीनो लोक सभा क्षेत्र से महागठबंधन के प्रत्याशियों के जीत पर समर्थकों ने होली व दीपावली एक साथ मनाया। समर्थकों ने एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर बधाईयां दी तथा इंडि गठबंधन के समर्थन में खूब नारे लगाए। पूरा शहर महागठबंधन की जीत से सराबोर दिखा।

चुनाव परिणाम को लेकर शहर में सजी रहीं फूलों की दुकानें

18वीं लोकसभा चुनाव के आने वाले परिणाम के रूझान को लेकर शहर का पारा पूरे दिन चढ़ा रहा। सुबह से ही शहर के फूल की दुकानों पर काफी भीड़ देखने को मिली। वहीं मतगणना के दिन फूलों के दामों में भी वृद्धि देखी गई। एक गुलाब की कीमत तकरीबन ₹50 तक तथा एक गेंदा फूल के माला की कीमत ₹60 तक पहुंच गई। सभी समर्थक अपने अपने प्रत्याशियों के स्वागत के लिए फूल माला खरीदते दिखे। जैसे-जैसे चुनाव परिणाम के रुझान आते गए वैसे वैसे समर्थकों में कहीं खुशी तो कहीं गम का माहौल दिखा। इस दौरान दुकानों पर विभिन्न पार्टी के झंडे तथा गमक्षे की भी खूब बिक्री रही। महागठबंधन के समर्थक फूल माला, अबीर-गुलाल एवं झंडा लेकर जश्र मनाते दिखे। जैसे-जैसे मतों की गिनती के परिणाम घोषित होते वैसे-वैसे तकिया बाजार स्थित मतगणना स्थल के बाहर समर्थकों का भारी हुजूम फूल माला लिए नारा लगाने लगता। जीतने वाले प्रत्याशी के समर्थकों में काफी उत्साह रहा वहीं विपक्षी खेमे के समर्थकों को घोर निराशा हुई।

मतगणना स्थल पर सख्त रही सुरक्षा व्यवस्था

35- काराकाट संसदीय क्षेत्र के लिए जिला मुख्यालय सासाराम स्थित बाजार समिति के प्रांगण में बनाए गए स्ट्रांग रूम को त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में रखा गया था। प्रथम पंक्ति में केंद्रीय सुरक्षा बल, दूसरी पंक्ति में बीसैप एवं अंतिम पंक्ति में जिला पुलिस बल के जवान तैनात थे। इधर मतगणना स्थल में प्रवेश के लिए सभी मतगणना कर्मी, अभिकर्ता, मीडिया एवं प्रतिनियुक्त अधिकारियों के लिए भी पास निर्गत किए गए थे तथा बिना पास के अंदर जाने की इजाजत किसी को नहीं दी गई। काराकाट लोकसभा क्षेत्र के मतों की गिनती लगभग 25 राउंड में संपन्न हुई। जिसके लिए प्रत्येक विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र हेतु 14 टेबल एवं पोस्टल बैलेट की गणना हेतु 10 टेबल बनाए गए थे। मतगणना स्थल के पूरे परिसर में जगह-जगह बांस बल्ले से बैरिकेडिंग की गई थी तथा मीडिया कर्मियों, प्रत्याशियों एवं संबंधित अधिकारियों आदि के बैठने के लिए अलग से पंडाल बनाए गए थे। वहीं मतगणना की ताजा जानकारी एलईडी स्क्रीन के माध्यम से दी जा रही थी। साथ हीं मतगणना स्थल पर पेयजल, बिजली, चिकित्सा सहित सभी जरूरी सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित दिखी। इधर प्रशासन ने समर्थकों की भीड़ को रोकने के लिए मतगणना स्थल के मुख्य द्वार सहित दो जगह पर बैरियर भी बनाए थे। ताकि प्रत्याशियों के समर्थकों को अंदर प्रवेश करने से रोका जा सके। इसके अलावा पूरे परिसर में जगह-जगह दंडाधिकारी एवं सुरक्षाबल तैनात रहे तथा किसी के भी अनाधिकार प्रवेश को पूरी तरह प्रतिबंधित रखा गया था।