शिवहर में जनता के निर्णय के आगे बाहुबल काम नहीं आ रहा

संजय वर्मा ।

बिहार में एक के बाद एक हर लोकसभा सीट हॉटसीट है इन्हीं में से एक सीट शिवहर है क्योंकि बाहुबली आनन्द मोहन की धर्मपत्नी लवली आनन्द इस सीट से चुनाव लड़ रही है जिनपर राज्य की सरकार खासकर नीतीश कुमार की खास मिहेरवानी है आनन्द मोहन गोपालगंज के तत्कालीन दलित जिलाधिकारी जी कृष्णयया के हत्या के आरोप में जेल में बन्द थे नीतीश कुमार ने नियम को उलट पुलट कर जेल से रिहा कराया शिवहर सीट से भाजपा के सांसद रमा देवी का टिकट कटवाकर इस सीट को जदयू के पाले में किया गया और लवली को उम्मीदवार बनाया गया ये वही लवली हैं जो शिवहर से लगातार हार का रिकॉर्ड बना चुकी है वो प्रतीक के तौर पर उम्मीदवार है लड़ाई उनके पति आनन्द मोहन खुलकर लड़ रहे है प्रचार अपने हाथ मे ले रखा है खौफ और बाहुबल के सहारे चुनाव जीतना चाहते हैं।

उन्होंने पिछले दिनों कहा था वैश्यों कुर्मियों कोयरियो का वोट मांगने उनके दरवाज़े पर नहीं जाएंगे दूसरी ओर महागठबंधन से राजद की प्रत्याशी रितु जायसवाल हैं जिनके पति आईएएस रहे हैं रितु सिंहवाहिनी पंचायत की मुखिया रही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ से त मुखिया का अवार्ड से सम्मानित है रितु हाइली क्वालीफाईद महिला हैं साफ सुथरी छवि है जनता से जुड़ी है अच्छी वक्ता हैं जनता के बीच खूब लोकप्रिय हैं साथ ही संघर्षशील भी राजद कांग्रेस सीपीआई सीपीआईएम भीआईपी के कोर वोटरों के साथ वैश्य समाज की बड़ी जमात और जनसमर्थन के बल पर जदयू उम्मीदवार को चुनावी अखाड़े में काफी पीछे धकेल चुकी हैं चुनावी विजय नहीं मार्ज़ीन बढाने की लड़ाई लड़ रही मोहन को मोदी और नीतीश के सहारे चुनावी वैतरणी पार करने की उम्मीद है तो रितु को जनता से मिल रहे अपार प्यार सहारे पर भरोसा है इधर काराकाट से चुनाव लड़ रहे पावर स्टार पवन सिंह के भाजपा से निष्काशन का भी असर शिवहर में पडनेलगा है राजपूत समाज बीजेपी से हिसाब चुकता करने के लिये रितु के समर्थन में खुलकर आ गया देखा जाए तो शिवहर में जनता के निर्णय के आगे बाहुबल काम नहीं आ रहा।