प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के पात्र लाभुक का रजिस्ट्रेशन सबमिट के लिए विशेष शिविर का आयोजन संपन्न हुआ

मनोज कुमार ।

विवाह पंचमी के अवसर पर बुनकर नगरी मानपुर बैजनाथ सहाय लेन देवी स्थान के प्रांगण में भा.ज.पा. बुनकर प्रकोष्ठ के तत्वाधान में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के पात्र लाभुक का रजिस्ट्रेशन सबमिट के लिए विशेष शिविर का आयोजन संपन्न हुआ। विशेष शिविर का शुभारंभ गोपाल प्रसाद पटवा अध्यक्ष बिहार प्रदेश बुनकर कल्याण संघ , दुखन पटवा गया ज़िला संयोजक भा.ज.पा. बुनकर प्रकोष्ठ , दीपक स्वर्णकार के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के निबंधित 18 पारंपरिक कामगारों को निबंधन उपरांत 15000 रूपए पारंपरिक औजार के लिए अनुदान दिया जाएगा।

संबंधित पारंपरिक पेशा का विश्वकर्मा सर्टिफिकेट निर्गत होगा। विश्वकर्मा योजना के तहत 15 दिनों के प्रशिक्षण के दौरान 500 प्रति दिन मानदेय मिलना है। 100000 रूपए 5% प्रतिशत वार्षिक अनुदानित ब्याज दर पर 18 किस्त में लौटाना हैं।18 किस्त में ऋण लौटाने पर ₹200000 का ऋण 5% वार्षिक अनुदानित ब्याज दर पर 30 किस्तों में लौटाना है।18 पारंपरिक विश्वकर्मा रूपी स्वरोजगार को बढ़ावा प्रदान करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री विश्वकर्म योजना के विशेष शिविर का आयोजन संपन्न हुआ। विशेष शिविर में सभी जाति धर्म वर्ग के लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई , सर्वर स्लो रहने के बावजूद 100 लोगों का निबंध हुआ। गोपाल पटवा और दुखन पटवा ने संयुक्त रूप से स्थानीय पात्रता रखने वाले लाभुको से प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के प्रति जागरूक होकर निबंधन कराने की अपील की है ताकी ज्यादा से ज़्यादा 18 प्रकार के पारंपरिक पेसे से जुड़े लाभुक योजना का लाभ उठाकर आत्मनिर्भर बन सकें। विशेष शिविर को सफल बनाने में ऑपरेटर राजा बाबू , राजेश चौधरी , रजनीश कुमार बबलू , संतोष कुमार का सक्रिय योगदान रहा। योजना में शामिल 18 पारंपरिक पेशे- सुधार/बढ़ई, नाव निर्माता, अस्त्रकार, लोहार, हथौड़ा और टूलकिट निर्माता, ताला बनाने वाला, सुनार, कुम्हार, मूर्तिकार-पत्थर तराशने वाला, चर्मकार/मोची, राजमिस्त्री, चटाई व झाड़ू बनाने वाला, गुडि़या और खिलौने बनाने वाला, नाई, मालाकार, धोबी, दर्जी और मछली का जाल बनाने वाला , रेशा बनाने वाले बुनकर शामिल है।