जल संकट की समस्या को लेकर मुख्यमंत्री सहित स्थानीय पदाधिकारियों को लिखा पत्र

विश्वनाथ आनंद ।
टिकारी (गया) – जल ही जीवन है। जल की तुलना अमृत से किया गया है। बारिश की कमी एवं भूमिगत जल स्तर में गिरावट की वजह से टिकारी प्रखंड अंतर्गत केसपा पंचायत में पेयजल संकट की समस्या गहराती जा रही है।
केसपा ग्राम में लोक आस्था का
महाकेंद्र मां तारा देवी मंदिर स्थित है, जिसकी वजह से यंहा प्रतिदिन सैकड़ों श्रद्धालु आया करते है।
सामाजिक कार्यकर्ता हिमांशु शेखर ने केसपा पंचायत के जल संकट को दूर करने के लिए आज प्रखंड विकास पदाधिकारी , अनुमंडल पदाधिकारी, जिला पदाधिकारी, मगध आयुक्त एवं मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर जल संकट की समस्या से अवगत कराया ,एवं निदान की अपील किया है। मुख्यमंत्री सचिवालय ने हिमांशु शेखर के पत्र को पंचायती राज विभाग, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग एवं जिला पदाधिकारी के पास समुचित कार्रवाई के लिए अग्रसारित किया है।
उन्होंने कहा है, कि पेयजल संकट को दूर करने के लिए सरकार की महत्वाकांक्षी नल – जल योजना, भ्रष्टाचार, लालफीताशाही, बिजली की आंख मिचौली एवं वोल्टेज की कमी की वजह से अपने उद्देश्य की पूर्ति में सफल नहीं हो सका है। केसपा स्थित भगवान विष्णु मंदिर के पुजारी प्रो. अरुण कुमार ने कहा है कि पानी की कमी के कारण मंदिर की स्वच्छता प्रभावित हो रही है। पेयजल का बढ़ता संकट लोगों को जन आंदोलन के लिए बाध्य कर सकता है। सरकार को हर घर नल का जल पहुंचाना चाहिए, एवं प्रतिदिन नियमित समय पर नल – जल योजना को चलाना चाहिए, ताकि ग्रामीणों को पानी के इंतज़ार में घंटों प्रतीक्षा नही करनी पड़े। नल जल योजना को निर्धारित समय पर चलाने के लिए सरकारी कर्मचारियों की जिम्मेदारी निर्धारित होनी चाहिए। सरकार को प्राथमिकता के आधार पर पेयजल संकट को दूर करने का हर संभव प्रयास करना चाहिए।

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