संपूर्ण क्रांति दिवस के अवसर पर युवा राजद का एकदिवसीय धरना

दिवाकर तिवारी ।
जातीय जनगणना कराने की मांग एवं नई शिक्षा नीति का विरोध रहा मुख्य मुद्दा.

रोहतास। सम्पूर्ण क्रांति दिवस के अवसर पर सोमवार को युवा राजद की रोहतास जिला इकाई द्वारा जिला समाहरणालय के समक्ष एक विशाल धरने का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता जिलाध्यक्ष युवा राजद जितेंद्र नटराज एवं संचालन प्रदेश उपाध्यक्ष तौकीर आलम मंसूरी ने किया। बता दें कि केंद्र सरकार से जातीय जनगणना कराने की मांग एवं राष्ट्रीय नई शिक्षा नीति के विरोध सहित विभिन्न मांगों को लेकर राष्ट्रीय जनता दल की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के निर्देश पर आज बिहार के सभी जिला मुख्यालयों पर धरने का आयोजन किया जा रहा है। जहां धरने को संबोधित करते हुए पिछड़ा अति पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री अनीता चौधरी ने कहा लालू प्रसाद यादव जब जब सता के संग रहे जातीय जनगणना कराने की कवायद शुरु करवाई। लेकिन सता से हटते हीं जातीय जनगणना कराने की प्रक्रिया बंद कर दिया गया। राजद जातीय जनगणना कराने के लिए कटिबद्ध है तथा सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष करते रहेगा। वहीं अपने संबोधन में गया स्नातक विधान परिषद क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी डॉ पुनीत कुमार सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय नई शिक्षा नीति 2023 के तहत गरीबों, शोषितों व वंचितों को शिक्षा से दूर रखने का केंद सरकार साजिश रच रही है। सरकारी स्कूलों, कालेजों, विश्व विद्यालयों को बंद कर निजी संस्थानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। जिसका राजद पुरजोर विरोध करता है। डिहरी विधायक फतेबहदुर सिंह ने कहा कि आज पूरा भारत बेकाबू मंहगाई से त्रस्त हैं। नौ साल में चार गुणा मंहगाई बढ़ गई है। जबकि जिलाध्यक्ष रामचंद्र ठाकुर ने कहा कि रोहतास जिला के कार्यकर्ता केंद्र सरकार के जन विरोधी नीतियों के विरोध में रोहतास से लेकर दिल्ली तक संघर्ष करेंगे। प्रदेश प्रवक्ता युवा राजद अशोक भारद्वाज ने कहा की आज देश में आपात काल जैसी स्थिति बन गई है। भाजपा देश में नफरत की राजनीति कर शासन करना चाहती है। लेकिन देश की जनता उनके मंसूबे को कभी पूरा नहीं होने देगी। इसके अलावा प्रदेश महासचिव युवा राजद विमल कुमार सिंह ने कहा केंद्र सरकार के तुगलकी फरमान से देश का युवा बेरोजगारी की मार झेल रहा हैं। आज बेरोजगारी देश के लिए संकट बन गई है। केंद्र सरकार ने हर साल दो करोड़ नौकरी देने के जगह नौ साल में 18 करोड़ युवाओं को नौकरी से बाहर कर आत्म हत्या करने पर मजबूर कर दिया है। इस दौरान धरने को संबोधित करने वालो में प्रदेश सचिव अरविंद यादव, गिरिजा चौधरी, पूर्व प्रधान महासचिव राजकिशोर यादव, सुषमा पासवान, विद्यासागर यादव, शिवंत कुशवाहा, कालिका सिंह, चंद्रशेखर सिंह, केशव पाल, अश्विनी यादव, मो मकसूद आलम, संतोष यादव, विगन यादव, मो सोहराबुदीन, महेंद्र पासवान, विनोद यादव, अमित रंजन यादव, विनय गोस्वामी, धर्मेंद्र दुबे, विकास यादव, मो राजा , मो चांद अशरफ, वीरेंद्र समाजवादी, सुरेंद्र यादव, विनय यादव, विनय कुमार, विकास यादव, संजीव कुमार, प्रमिला देवी, गीता देवी सहित अन्य शामिल रहे।