दाह संस्कार के 10 दिन बाद मृत युवक प्रेमिका संग हरियाणा से गिरफ्तार

दिवाकर तिवारी ।

रोहतास। जिले के शिवसागर थाना क्षेत्र अंतर्गत नौडीहा गांव से प्रेम प्रसंग का एक विचित्र मामला सामने आया है। जहां रोहतास पुलिस ने एक युवक के दाह संस्कार के 10 दिन बाद उसे हरियाणा के पानीपत से प्रेमिका के साथ हिरासत में ले लिया है।
घटना के संदर्भ में जानकारी देते हुए सासाराम एसडीपीओ संतोष कुमार राय ने बताया कि जिस युवक की हत्या की बात बता परिजनों द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी। उसे पुलिस ने उसकी प्रेमिका के साथ सकुशल हरियाणा के पानीपत से बरामद कर लिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस को अनुसंधान के क्रम में युवक के जिंदा होने की जानकारी मिली तथा गहनता से जांच करने पर पुलिस को युवक के हरियाणा में होने की सूचना प्राप्त हुई। जिसका सत्यापन कर रोहतास पुलिस की एक टीम को हरियाणा भेजा गया। जहां से पुलिस ने युवक को उसकी प्रेमिका के साथ सकुशल बरामद कर लिया। एसडीपीओ ने बताया कि लड़के के अनुसार वो अपनी प्रेमिका के साथ हरियाणा चला गया था तथा किसी कारणवश उसका घर से संपर्क नहीं हो सका। जिसके कारण घरवाले इस पूरे मामले से अनभिज्ञ रहे।
उन्होंने बताया कि परिवार ने किस आधार पर हत्या का केस दर्ज कराया गया था, इस बिंदु पर भी पुलिस गंभीरता से जांच कर रही है। हालांकि लड़का-लड़की दोनों बालिग हैं, इसलिए पहले उन्हें कोर्ट में पेश करेंगे उसके बाद अग्रतर कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि नौडिहा गांव के उमेश तिवारी का बेटा मुकेश तिवारी गत 2 अप्रैल 2023 को हीं घर से रायपुरचोर बाजार के लिए निकला था। लेकिन उसके बाद घर नहीं लौटा। परिजनों द्वारा बहुत तलाश करने पर भी जब वह नहीं मिला, तब पिता उमेश तिवारी ने इसकी सूचना शिवसागर थाने की पुलिस को दी थी। इस बीच गत 11 अप्रैल को कैमूर जिले के सोनहन थाना क्षेत्र में एक अज्ञात शव मिला। जिसका पोस्टमार्टम भभुआ मे कराया गया था। वहीं 13 अप्रैल को जब उमेश तिवारी को अज्ञात शव मिलने की सूचना मिली तो परिजनों ने मौके पर पहुंच शव की पहचान मुकेश तिवारी के रूप में कर दी तथा परिजनों ने उसी रात शव को नौडिहां लाकर उसका दाह संस्कार भी कर दिया। इसके बाद 14 अप्रैल को मामले में परिजनों ने शिवसागर थाने में हत्या और अपहरण का आरोप लगाते हुए 6 लोगों पर नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई। जिसके बाद इस पूरे मामले में एक अलग अध्याय हीं सामने आया है। जिससे बिहार पुलिस की कार्यशैली पर भी कई सवाल खड़े हो रहे हैं। जबकि बड़ा सवाल यह है कि जिस युवक के शव को परिजनों ने अपना पुत्र कह कर अंतिम संस्कार कर दिया। वो शव आखिर में किसका था। जिसका जवाब देने वाला फिलहाल कोई नहीं है।