जीविका द्वारा “रन फॉर नीरा” का आयोजन एवं नीरा बिक्री केंद्र का शुभारंभ

मनोज कुमार ।

जीविका, गया द्वारा रन फॉर नीरा का आयोजन कराया गया। जिला पदाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन एसएम ने रन फॉर नीरा (नीरा की दौड़) को हरी झंडी दिखा रवाना किया। कार्यक्रम में सिविल सर्जन, सदर एसडीओ, जिला जन संपर्क पदाधिकारी सहित दौड़ में जीविका के जिला एवं प्रखंड स्तरीय अधिकारियों एवं कर्मियों ने भाग लिया। दौड़ प्रातः 07:00 बजे से गया के टॉवर चौक से आरंभ होकर गाँधी मैदान, गया तक समाप्त हुई। नीरा की दौड़ की समाप्ति के उपरांत गांधी मैदान के मुख्य द्वारा के समीप सदर एसडीओ राजेश कुमार एवं डीपीएम जीविका आचार्य मम्मट द्वारा फीता काटकर नीरा बिक्री केंद्र का शुभारंभ भी किया गया। यह बिक्री केन्द हिमालय जीविका उत्पादक समूह के अंतर्गत आरंभ कराया गया है। यहाँ लोगों ने मीठे नीरा का आनंद लिया। लोगों को नीरा से बनी आईस्क्रीम, तिलकुट, लाई इत्यादि भी खाने को दिया गया, जिसे लोगों ने खूब पसंद किया।

जिला पदाधिकारी ने कहा की नीरा एक स्वास्थ्यवर्धक पेय है। इसे लेने के कई लाभ है। गर्मियों में तो नीरा बेहद फायदेमंद है। गया में नीरा और नीरा से बनने वाले उत्पादों को बढ़वा दिया जा रहा हे। पारंपरिक रूप से ताड़ी का उत्पादन एवं बिक्री में लगे परिवारों को जीविका समूहों से जोड़ नीरा उत्पादन के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।

नीरा एक बेहद पौष्टिक प्राकृतिक पेय पदार्थ है। किन्तु इसके विषय में जानकारी के आभाव में बहुत से लोग इसे ताड़ी ही समझने लगते है। नीरा और ताड़ी में भिन्नता है। ताड़ी पर प्रतिबंध लगा है क्योंकि यह अल्कोहलिक होता है, जबकि नीरा एक नान-अल्कोहलिक पेय है। इससे कई प्रकार के पोषण मिलता है। जीविका उत्पादक समूहों के माध्यम से जिले में नीरा बिक्री केद्रों का संचालन किया जा रहा है। साथ ही नए नीरा बिक्री स्टॉल/केंद्रों का शुभारंभ भी कराया जा रहा। गर्मियों के मौसम में यह शरीर को तरलता की कमी से बचता है। नीरा गर्मी से रहत प्रदान करता है। नीरा के विषय में लोगों को बताने की जरूरत है। विभन्न माध्यमों से नीरा के विषय में जागरूकता लाने का प्रयास किया जा रहा है। इसी दिशा में रन फॉर नीरा का आयोजन किया गया है।