घटिया मिलावटी मिठाई की होती है आपूर्ति

रजनीश कुमार ।

अरवल जिले के किंजर बाजार कुर्था मोड़ शांतिपुरम शंकरपुर इमामगंज हाजीपुर भदासी मोतेपुर आदि बाजारों में आए दिन ऐसा देखा जाता है कि जहानाबाद से ऑटो आती है ऑटो पर मात्र एक चालक बैठा होता है ऑटो में बैठने वाली सीटों पर यात्रियों की जगह टीना रखा होता है। और उस टीना में सफेद रंग का मिठाई भरा हुआ रहता है। मिठाई रस में डूबा हुआ रहता है। यह सभी मिठाईयां जहानाबाद शहर के आसपास के इलाके में बनाए जाते हैं इन मिठाइयों को बनाने में दूध की जगह सागर पाउडर का इस्तेमाल किया जाता है। इन मिठाइयों को इन बाजारों में मिठाई की दुकान वाली अलमीरा में सजाकर बिक्री के लिए रखा जाता है।ग्राहक चमकीली सफेद वाला मिठाई समझकर खरीदते हैं।अपने घर या रिश्तेदार के घर संदेश के रूप में ले जाते हैं मिठाई आपूर्तिकर्ता थोक भाव में दुकानदारों को ₹100 से लेकर ₹120 प्रति किलो देते हैं। उसी मिठाई को दुकानदार आलमीरे में सजा कर उस पर गड़ी का बुरादा और चेरी का टुकड़ा चिपकाकर ₹250 से ₹280 प्रति किलो बिक्री करते हैं सबसे बड़ी बात यह है कि पाउडर से बने छेना को भैंस के दूध के मिठाई कह कर बिक्री की जाती है वहीं इसमें इतनी चीनी की मात्रा होती है कि डायबिटीज पेशेंट के लिए काफी नुकसानदेह होता है। इसके सिरे में फंगस हो जाता है। जो स्वास्थ्य के लिए खराबी है। खाद्य संरक्षा अधिकारी इन मिठाइयों को जांच के लिए सैंपल भी नहीं लेते हैं जिससे यह दुकानदार मनमानी करते रहते हैं।

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