पूर्व जिला अध्यक्ष चिरागुद्दीन रहमानी के असामयिक निधन से संपूर्ण कांग्रेस परिवार शोकाकुल

मनोज कुमार ।
गया जिला कांग्रेस कमिटी के पूर्व अध्यक्ष चिरागुद्दीन रहमानी का पटना स्थित पारस अस्पताल में बाईपास सर्जरी होने के दूसरे दिन उनका निधन हो गया।आज शाम 4: 00 बजे पटना से उनका पार्थिव शरीर गया चुना गली स्थित उनके आवास पहुंचने पर गया जिला कांग्रेस जिला कांग्रेस कमिटी के नेता, कार्यकर्तातथा उनके चाहने वाले लोगो का उन्हे श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए तांता लग गया।
बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह क्षेत्रीय प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिठू ने बताया की गया जिला कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष चंद्रिका प्रसाद यादव,पूर्व मंत्री अवधेश कुमार सिंह, पूर्व विधायक मो खान अली,बाबूलाल प्रसाद सिंह, युगल किशोर सिंह, सुमंत कुमार, सतेंद्र नारायण सिंह, संजय सिंह अधिवक्ता, जगदीश प्रसाद यादव, रजनीश कुमार झुन्ना,श्रवण पासवान, मो मूसा, केदार प्रसाद, धीरज कुमार वर्मा, मो खैरुद्दीन, शिव कुमार चौरसिया, विपिन बिहारी सिन्हा, कुंदन कुमार, विशाल कुमार, कमलेश दास, बैजू प्रसाद, मो सदाब, जमीर शहीदी, सुरेंद्र मांझी, उदय शंकर पालित, दामोदर गोशवामी, राम प्रमोद सिंह, प्रद्युमन दुबे, बलिराम शर्मा, रवि राज रमन, विनोद सिन्हा, बबलू राम, आदि ने उनके पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण किया, तथा पार्टी का झंडा ओढ़ाया।
उपस्थित नेताओ ने जब तक सूरज चांद रहेगा, चिरागुद्दीन रहमानी तेरा नाम रहेगा, चिरागुद्दीन रहमानी अमर रहे के नारो को बुलंद करने के बाद दो मिनट का मौन रख कर ईश्वर, अल्लाह से दुआ मांगा की इन्हे अपने चरणों में स्थान दे तथा इस दुख की घड़ी में इन्हे सहन शक्ति प्रदान करे।नेताओ ने कहा की चिरागुद्दीन रहमानी सन 2007 से 2015 तक गया जिला कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष के रूप में इनका कार्यकाल काफी सराहनीय रहा। पार्टी इन्हे गुरुआ विधानसभा से सन 2000 में चुनाव भी लड़ाने का काम किया था।
चिरागुद्दीन रहमानी के दो पुत्र तथा दो पुत्री है, बड़ा पुत्र मो शहाबुद्दीन रहमानी भी युवा कांग्रेस में कार्य कर रहे है, दूसरा पुत्र शौदिया में नौकरी करते है, दोनो पुत्रियों की शादी कर चुके है।आज रात्रि में 8:00 बजे इनका मिट्टी मंजिल स्थानीय पंचायती अखाड़ा स्थित करबला के कब्रिस्तान में होगा।इनके निधन पर बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष डा अखिलेश प्रसाद सिंह जी ने दूरभाष पर इनके बड़े पुत्र से पूरी जानकारी लेकर ढाढस बंधाते हुए शांतावन दिए।