ब्रूसेलोसिंस रोग के विरुद्ध पशुओं के निशुल्क टीकाकरण अभियान का हुआ शुभारंभ

दिवाकर तिवारी ।

राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत घर-घर होगा टीकाकरण

रोहतास। राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत जिले के 4-8 माह तक के बाछी एवं पाडी में ब्रुसेलोसिंस रोग के विरूद्ध जिला पशु शल्य चिकित्सालय परिसर में निशुल्क टीकाकरण अभियान चलाया गया। जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ दिवाकर प्रसाद एवं जिले के सम्मानित पशुपालकों ने अभियान का शुभारंभ किया तथा इस अवसर पर जिला पशुपालन पदाधिकारी ने बताया कि इस रोग के विरूद्ध जिला के सभी योग्य पाडियों एवं बाछियों का टीकाकरण किया जाना हैं। जिनकी उम्र 4 माह से 8 माह के बीच है और वे स्वस्थ है। इस हेतु विभाग की ओर से 62900 खुराक टीकौषधि जिला को उपलब्ध करायी गयी है। डा० प्रसाद ने बताया कि इस उम्र के पशुओं को टीकाकरण करा देने के पश्चात गाय एवं भैंस आजीवन इस रोग से सुरक्षित रहते हैं। यह रोग जुनोटिक बीमारी है। जिसके संक्रमण से मनुष्यो पर भी प्रतिकुल प्रभाव पड़ता है। इस योजना के तहत टीकाकरण द्वारा बुसेला रोग को नियंत्रण किये जाने का लक्ष्य है, जिसके फलस्वरूप मानव एवं पशुओं में इस रोग से बचाव किया जा सकेगा। राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत बुसेलोसिस रोग के विरूद्ध टीकाकरण का कार्यान्वयन भारत सरकार द्वारा निर्गत दिशा-निर्देशों के अनुसार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि यह एक जीवाणु जनित संक्रामक बीमारी है जो गाभीन गायों में खास तौर पर गर्भ के 6-8 महीने में गर्भपात कराती है। यह गायों के झुंड में तेजी से फैलता है और इसमें काफी संख्या में गर्भपात देखने को मिलता है। यह गायों में होने वाले गर्भपात का सबसे प्रमुख कारण है। गायों एवं भैंसो में यह बीमारी मुख्यतः बुसेला ‘एबोरटस’ की वजह से होती है। कम उम्र के पशुओं की तुलना में गर्भ धारण योग्य पशुओं में इस जीवाणु के संक्रमण की संभावना कई गुणा ज्यादा होती है। संक्रमित पशुओं के सीधे सम्पर्क में आने से संक्रमित पशुओं के पशु जनित उत्पादों को खाने-पीने से, स्लॉटर हाउस में कार्य करने वाले कर्मियों को एवं संक्रमित हवा में सांस लेने से इस रोग का प्रसार होता है। इस रोग से बचाव हेतु खरीदे गये नये पशुओं को अलग रखना चाहिए और बुसेला के लिए परीक्षण करना चाहिए तथा अघपके मांस का सेवन नहीं करना चाहिए। भारत सरकार के निदेशानुसार जिला के प्रत्येक गाँव में घर-घर जाकर निःशुल्क टीकाकरण कराया जाना है। इस हेतु जिला के प्रत्येक प्रखंड में निजी टीकाकर्मियों की मदद से टीकाकरण कार्य कराया जायेगा तथा विभागीय आदेशानुसार टैंग लगे हुये पशुओं का ही टीकाकरण कार्य किया जाना है। जिन पशुओं को टैंग नहीं लगाया गया है, उनको टैग लगाये जाने के पश्चात ही टीकाकरण का कार्य किया जायेगा। उन्होंने जिला के पशुपालकों से आहवान किया है कि वे अपने पशुओं को इस रोग के विरूद्ध निःशुल्क टीकाकरण अवश्य करवा ले। यह टीकाकरण अभियान 15 दिनों तक प्रातः 8 बजे पूर्वाह्न से 4 बजे अपराह्न तक चलाया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान डा० राधेश्याम चौधरी पशु शल्य चिकित्सक, डा0 चन्द्रमोहन सिंह जिला नोडल पदाधिकारी, डा० प्रदीप कुमार निराला भ्रमणशील पशु चिकित्सा पदाधिकारी (चलन्त), डा० अरविन्द कुमार सिंह भ्रमणशील पशु चिकित्सा पदाधिकारी, किसान एवं पशुपालक आदि उपस्थित थे।