कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सीताराम केशरी जी हम शर्मिंदा है कि वैश्य समाज के इस कोहनूर हीरा को सबने भुला दिया

संजय वर्मा ।

कोटिशः नमन कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सीताराम केशरी जी हम शर्मिंदा है कि वैश्य समाज के इस कोहनूर हीरा को सबने भुला दिया पर हम नहीं भूलने वाले क्योंकि आप मेरे दिल मे है बिहार में वैश्य के नाम पर दर्जनों कागजी पाकेटी संगठन है स्वनामधन्य नेता है जो वैश्यों के नाम पर कथित दुकानदारी करते आ रहे हैं दरअसल वैश्यों के नाम पर शुद्ध रूप से अपना हित उल्लू सीधा करते है अपना पोषण करते स्वार्थसिद्धि की पूर्ति ही करते है।

वैश्य नाम का सहारा से ये आर्थिक समृद्धि प्राप्त करते हैं चंदे का चोखा धंधा करते हैं मूर्ख समझकर मूर्ख बनाकर वैश्यों का मुंडन अपने उस्तरा से करना इनके डीएनए में घुसा रचा वसा है खैर वैश्यों के तथाकथित दुकानदार समाज के नाम पर जो काम कर रहे वो कलंक काला ध्ववा है वैश्य के नाम पर अपनी अपनी जातियों का सम्पोषण ही करना है उनका ही हित स्वार्थ मात्र साधना है भगवान ऐसे वैश्य नामधारी संगठनों को सद्बुद्धि दे ताकि सीताराम केसरी जी जैसे अनमोल रत्न को चाहकर भी भूल कर भी भुला न सके।