किसी भी धर्म को ठेस नहीं पहुंचने का काम करें- सल्लू खान

-प्रेम-भाईचारे के साथ मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मनाया ईद.
-एक दूसरे के साथ गले मिलकर दिया भाईचारा का संदेश.
विश्वनाथ आनंद ।
औरंगाबाद( बिहार):- पैगाम ए इंसानियत मुस्लिम समुदाय के सदस्यो ने ईद पर्व पर नमाज अदा की।पैगाम ए इंसानियत मुस्लिम समुदाय के जिलाध्यक्ष मो. शहनवाज रहमान उर्फ सल्लू खान, आमिर रजा, मो. इबरार, मो. बंटी, मो. सहाबुद्दीन उर्फ नन्हे, मो. जुल्फेकार सहित के नेतृत्व में शहर के धर्मशाला मोड संकट मोचन मानस मंदिर नावाडीह रोड स्थित महावीर मंदिर, सब्जी मंडी स्थित कारगिल चौक के पास, शंकर जी मंदिर के पुजारी को ईद एवं रामनवमी त्यौहार के मौके पर गुलाब का फूल देकर दोनों पर्व की गले मिलकर हार्दिक शुभकामनाएं दिया।
पैगाम ए इंसानियत के जिलाध्यक्ष सल्लू खान, शिव शंकर मंदिर के पुजारी डब्लू पांडे संकट मोचन मानस के मंदिर अजय पांडे नगर थाना परिसर में भोला संकर मंदिर के पुजारी दीपक पांडेय, गणेश मंदिर के मनीष पांडे ने कहा कि जिला के दोनों धर्म के लोगो से कहा कि साझी संस्कृति ही हमारी पहचान रही है।
दोनों समुदाय आपस में एक-दूसरे के साथ हमेशा मिलकर एक साथ होकर रहते हैं वहीं इंसानियत के जिला अध्यक्ष समाजसेवी सल्लू खान ने कहा कि अलग-अलग त्योहार अलग-अलग धर्मों के साथ जोड़े जाते हैं। लेकिन यह गलत है। असलियत यह है कि हमारे हर त्योहार पूरे देश, पूरे समाज के हैं। जाने-अनजाने हर त्योहार के साथ हर समुदाय के लोग जुड़ जाते हैं।ईद हो या रामनवमी होली-दिवाली, महावीर जयंती हो या क्रिसमस, हर त्योहार पर पूरे समाज के लोग आपस में जुड़ जाते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि अलग-अलग धार्मिक पहचान के बाद भी हमारी सांस्कृतिक जड़ें इस मिट्टी से जुड़ी हुई हैं, जिसने हम सब पर एक जैसा प्यार लुटाया है।इस पर्व को शांतिपूर्ण ढंग से मनाने के लिए जिला पैगाम इंसानियत मुस्लिम समुदाय के सदस्य पूरी तरह मुस्तैद दिखा। नमाज स्थल से लेकर शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर हिन्दू मुस्लिम समुदाय के दोनो तरफ से लोग एक दूसरे को गले मिलकर मुबारकबाद देते हुए नज़र आए। सल्लू खान ने शहरी क्षेत्र के विभिन्न नमाज के स्थलों पर घूमकर जायजा लिया। सभी जगहों पर एक दिन पूर्व ही शहर के पठन टोली मस्जिद परिसर में रविवार को प्रेस कांफ्रेंस कर सोशल मीडिया पर भी भड़काऊ पोस्ट साझा करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। साथ ही सभी मुस्लिम समुदाय के लोगों को बधाई दी और शांति व्यवस्था के बीच में ईद पर्व मनाने की अपील किया था .