रविदास जी का जीवन भगवान की भक्ति और समाज सेवा को समर्पित था

संत रविदास जी जयंती पर भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के सह प्रभारी डॉ मनीष पंकज मिश्रा सहित भाजपा नेताओं के द्वारासमाज सुधारक और भक्तिकाल के महान संत रविदास जी तेल चित्र पर समीर तकिया रविदास टोला में जयंती समारोह मनाया गया सर्वप्रथम उनके उनके चित्र पर माला पुष्प चढ़कर उनके चरणों में नमन किया गया नमन करते हुए डॉक्टर मनीष पंकज मिश्रा ने कहा रविदास जी का जन्म 15वीं शताब्दी में वाराणसी के गोवर्धनपुर गांव में हुआ था। वे एक दलित परिवार में जन्मे थे और उनके पिता चमड़े के काम से जुड़े थे। संत रविदास ने भक्ति और सामाजिक सुधार के माध्यम से जातिवाद, छुआछूत और अन्य सामाजिक कुरीतियों के विरुद्ध आवाज उठाई।रविदास जी का जीवन भगवान की भक्ति और समाज सेवा को समर्पित था।
उन्होंने भक्ति आंदोलन को एक नई दिशा दी और सरल भाषा में भजन व दोहों के माध्यम से ईश्वर भक्ति का संदेश दिया। वे निर्गुण भक्ति धारा के प्रमुख संतों में से एक थे और संत कबीर के समकालीन माने जाते हैं। उनकी वाणी का संकलन गुरु ग्रंथ साहिब में भी किया गया है, जिससे उनकी शिक्षाओं की व्यापक स्वीकृति सिद्ध होती है व्हाट्सएप पर भाजपा जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद अधिवक्ता ने कहा रविदास जी को मानना था कि जाति, धर्म या संपत्ति से कोई महान नहीं बनता, बल्कि सच्ची भक्ति और सच्चे कर्म ही मनुष्य को श्रेष्ठ बनाते हैं। उन्होंने समाज को यह संदेश दिया कि “मन चंगा तो कठौती में गंगा,” यानी यदि मन पवित्र है, तो हर स्थान पवित्र है। उनके विचारों ने समाज में समानता, भाईचारे और प्रेम का संदेश फैलाया।संत रविदास जी की शिक्षाएं आज भी प्रासंगिक हैं और समाज को एकता, प्रेम और समानता का पाठ पढ़ाती हैं। उनकी जयंती पर लोग उनकी शिक्षाओं को याद कर समाज सुधार और सद्भावना के कार्यों में संलग्न होते हैं। इस अवसर पर कार्यक्रम रविदास टोला के प्रमुख लोगों को अंगवस्त्र माला फूल देकर सम्मानित किया गया आज रविदास जी को नमन करने वालों में भाजपा जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद अधिवक्ता महामंत्री गोपाल प्रसाद यादव जिला मीडिया प्रभारी संतोष ठाकुर व्यापार प्रकोष्ठ का संयोजक दीपक पांडे भाजपा के नेता सुनील रविदास मोनू रविदास करण रविदास विक्की दास आकाश दास शुभम दास पवन दास टोबा दास सहित अन्यलोग उपस्थित हुए।