ललित नारायण मिश्रा आजीवन बिहार कों राष्ट्रीय मुख्यधारा के समकक्ष लाने के लिए कटिबद्ध रहे _ कॉंग्रेस
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मनोज कुमार ।
देश के महत्पूर्ण राजनेताओ में शामिल, पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री, विदेश व्यापार मंत्री स्व ललित नारायण मिश्रा की 102 वीं जयंती गया के स्थानीय कॉंग्रेस कार्यालय राजेंद्र आश्रम में मनाई गई।सर्वप्रथम स्व ललित नारायण मिश्रा के चित्र पर माल्यार्पण के पाश्चात्य उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला गया।जयंती कार्यक्रम की अध्यक्षता गया जिला कॉंग्रेस कमिटी के अध्यक्ष डॉ गगन कुमार मिश्रा ने किया।कार्यक्रम को बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, जिला कॉंग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, दामोदर गोस्वामी, प्रदीप शर्मा, भुवन राम, शिव कुमार चौरसिया, रणजीत कुमार, नवाब अली, नंदु चंद्रवनशी, राजीव कुमार सिंह उर्फ लबी सिंह, टिंकू गिरी, विपिन बिहारी सिन्हा, कुंदन कुमार, विशाल कुमार, मोहम्मद अजहरुद्दीन, मोहम्मद ताज उद्दीन, शिव नाथ प्रसाद, अर्जुन प्रसाद आदि ने कहा कि स्व ललित नारायण मिश्रा अपनी कर्मभूमि उत्तर बिहार को राष्ट्रीय पहचान बनाने के लिए पूरी तन्मयता से प्रयास किए थे।
विदेश व्यापार मंत्री के रूप में उन्होंने बाढ़ नियंत्रण एवं कोशी योजना में पश्चिमी नहर के निर्माण के लिए नेपाल- भारत समझौता कराया था, उन्होंने मिथिला चित्र कला को देश, विदेश मे प्रचालित कर उसकी अलग पहचान बनाई ।नेताओ ने कहा कि रेल मंत्री के रूप में मिथिलांचल के पिछड़े क्षेत्रों में झंझारपूर- लौकहा रेल लाइन सहित 36 रेल परियोजनाओं का सर्वेक्षण कराना, इनकी दूरदर्शिता और विकासशील के ज्वलंत उदाहरण है।ललित बाबू को मैथिली भाषा से अगाध प्रेम था, मैथिली भाषा को साहित्य अकादमी में भारतीय भाषाओं की सूची में 1964 में ही शामिल कराया था, जो आज संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं में चयनित विषयो की सूची में शामिल है।