टिकारी नगर व्यावसायिक संघ के तत्वाधान में मनाया गया पंडित मदन मोहन मालवीय एवं देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई की जयंती

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विश्वनाथ आनंद
टिकारी (बिहार )-टिकारी नगर व्यवसायिक संघ के तत्वावधान में थाना के समीप देव नगरी वाराणसी स्थित काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के संस्थापक प्रखर राष्ट्रवादी स्व0 पं मदन मोहन मालवीय एवं देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व0 अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयंती मनाई गई, साथ ही तेरहवें समर्पण – समारोह के मौके पर जरूरतमंदों के बीच कंबल वितरण सह ” विपत्तिमें धैर्य ही जीवन है ” विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ माँ भारती, काशी हिन्दू विश्विद्यालय के संस्थापक महामना स्व पं मदन मोहन मालवीय एवं देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व अटल बिहारी वाजपेयी के तैलीय चित्र पर माल्यार्पण के उपरांत पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यक्रम के संयोजकगौरी शंकर केशरी, नगर परिषद के सभापति मो. अजहर इमाम, पं राम कृष्ण त्रिवेदी, जफर बारी उर्फ छोटू मियां, मुकेश कुमार द्वारा संयुक्त रुप से किया।कार्यक्रम के दौरान ” विपत्ति में धैर्य ही जीवन है ” विषय पर विचार गोष्ठी में विषय वस्तु की बात रखते हुए संयोजक गौरी शंकर केशरी ने कहा-थोड़े से दुःख और असफलता से घबड़ा जाना, मामूली संघर्ष में साहसहीन हो जाना दुर्बलता और कायरता है। सामाजिक कार्यकर्ता मो.जफर बारी उर्फ छोटू मियां ने कहा कि- दुःख से निराश होकर आत्महत्या की की बात सोचना मृत्यु है।पं राम कृष्ण त्रिवेदी ने कहा कि-दुःख की अचूक दवा है- दुःख के चिंतन का त्याग, तथा व्याकुलता को छोड़कर धर्य और साहस के साथ खड़े रहना, प्रतिकूलता को धैर्यपूर्वक सहन करते हुए आगे बढ़ते रहना ही जीवन है।

सुशील साहिल ने कहा कि-क्षणिक विपत्तियों का सामना करने के लिए, धर्य और साहस का खजाना मनुष्य के पास हैं ।कार्यक्रम को अजय सिंह, घनश्याम कुमार, जफर बारी उर्फ छोटू मियां, बच्चू बाबा, पूनम देवी, पीयूष कुमार वर्मा, लाल बाबु पासवान , जानकी बाबा, राजेश कुमार,सहित कई प्रबुद्ध जनों ने अपने विचारों को ब्यक्त किया। वहीं कार्यक्रम के अन्तराल में नगर व्यवसायिक संघ की ओर से सभी गणमान्यो को अंग- वस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। अंत में जरूरतमंदों को अल्पाहार करवाने के उपरांत उनके बीच कंबल का वितरण किया गया।समर्पण- समारोह में कार्यक्रम के दौरान प्रस्ताव पारित हुआ कि- बिहार सरकार द्वारा सामाजिक सुरक्षा योजना के अन्तर्गत दिव्यांग, वृद्ध, विधवा को दी जा रही चार सौ रुपये की पेंशन राशि को बढ़ाकर, एक हजार रुपये किया जाए।क्योंकि- बिहार के पड़ोसी झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश सहित कई राज्य सरकारें जनहित में अपने नागरिकों को एक हजार रुपये प्रदान कर रहीं हैं।दूसरा प्रस्ताव यह पारित हुआ कि- महिला सशक्तिकरण के लिए 18 वर्ष से अधिक की महिला को एक हजार पांच सौ रुपये की ” महिला- सम्मान निधि ” प्रतिमाह प्रदान कर प्रदेश की महिला को आर्थिक रूप से सबल बनाया जाए।उपरोक्त दो प्रस्तावों को उपस्थित जनसमूह ने ध्वनिमत से समर्थन किया।बिहार के लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी के पास पारित प्रस्ताव की प्रति प्रेषित करने का सुझाव उपस्थित नागरिकों ने दिया ।समर्पण समारोह के तहत विचार गोष्ठी सह कंबल वितरण कार्यक्रम की अध्यक्षतापं राम कृष्ण त्रिवेदी ने किया, जबकि संचालन मो. नदीम हसन ने किया।मुख्य अतिथि के रूप मेंमो. अजहर इमाम कार्यक्रम में शामिल हुए।आगंतुक गणमान्यो, दानदाताओं, एवं जरूरतमंदों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम के संयोजक गौरी शंकर केशरी ने किया।