आज राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन कार्यालयमे नूतन नगर कार्यालय में जन्माष्टमी पर्ब मनाया गया
विशाल वैभव ।
आज राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन कार्यालयमे नूतन नगर कार्यालय में जन्माष्टमी पर्ब मनाया गया छोटे-छोटे बच्चों के द्वारा भगवान कृष्ण के बाल रूप बनाकर पूजा पाठ किया गया इस अवसर पर राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ मनीष पंकज मिश्रा के द्वारा पूजा पाठ किया गया इस अक्टूबर डॉक्टर मनीष पंकज मिश्रा ने कहा कृष्ण भगवान का जन्म को ही जन्माष्टमी के नाम से भी जाना जाता है, एक प्रमुख हिन्दू त्योहार है जो भगवान श्रीकृष्ण के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। यह त्योहार भारतीय संस्कृति और धर्म में विशेष महत्व रखता है, और इसे भाद्रपद माह की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है।
जन्माष्टमी का पर्व मुख्यतः भक्ति, श्रद्धा और आनंद का प्रतीक है, जो भगवान कृष्ण के जीवन और उनके द्वारा दिए गए उपदेशों की महिमा का प्रचार करता है।भगवान श्रीकृष्ण का जन्म मथुरा नगरी में हुआ था। कहा जाता है कि कंस नामक अत्याचारी राजा ने अपनी बहन देवकी और उसके पति वसुदेव को कारावास में डाल दिया था, क्योंकि एक भविष्यवाणी के अनुसार देवकी का आठवां पुत्र कंस का वध करेगा। कंस के भय से भगवान कृष्ण का जन्म आधी रात को कारागार में हुआ, और वसुदेव ने उन्हें यमुना नदी पार कर गोकुल में नंद बाबा और यशोदा माता के घर सुरक्षित पहुंचा दिया।जन्माष्टमी का पर्व भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं और उनके अद्भुत चरित्र का स्मरण कराने का अवसर है। इस दिन मंदिरों और घरों में विशेष पूजा-अर्चना की जाती है, जिससे भक्त भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं का पूजन कर जन्माष्टमी पर्ब मानते हैं इस अवसर पर प्रदेश मानव अधिकार संगठन के कार्यवाहक अध्यक्ष राणा रणजीत सिंह भाजपा जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद अधिवक्ता जिला मीडिया प्रभारी संतोष ठाकुर बबलू गुप्ता महेश यादव मंटू कुमार सहित श्रद्धालु उपस्थित होकर भगवान कृष्ण के बाल रूप का दर्शन किया।