जिला प्रशासन के लाख प्रयास के बावजूद नहीं सुधर रहे सरकारी विद्यालयों के हालात,बरती जा रही ढ़ेरों अनियमितता
संतोष कुमार ।
प्रखंड क्षेत्र के अंधरवारी स्थित राजकीय मध्य विद्यालय में बच्चों की पढ़ाई से लेकर मध्याह्न भोजन में काफी अनियमितता बरती जा रही है।मध्यान्ह भोजन के बाद स्कूल खाली हो जाती एवं शिक्षक व शिक्षिकाएं स्थानीय होने के कारण अपने घरों की ओर प्रस्थान कर जाते हैं।पढ़ाई नहीं होने की शिकायत स्कूल में बच्चों ने कई बार स्कूल जांच करने वाले बीआरपी समेत अन्य पदाधिकारियों से की है।हालांकि इन बच्चों द्वारा की गई शिकायत बाद उनकी पिटाई भी प्रभारी प्रधानाध्यापक के द्वारा की गयी।जिसके कारण वे स्कूल के बाहर शिकायत करने से डरने लगे हैं।आठवीं कक्षा के छात्र-छात्राओं ने बताया कि प्रभारी प्रधानाध्यापक संजीव कुमार की अनदेखी के कारण पुर्ण रूपेण नामांकित बच्चों की संख्या किसी भी दिन नहीं रहती है।स्कूल की छात्रा प्रिया व काजल,रोहित,आकाश, शिवानी समेत दर्जनों बच्चों ने बताया कि छात्र-छात्राओं की संख्या कम रहने के बाद पढ़ाई कराने वाले शिक्षक व शिक्षिकाएं क्लास में रहने की जगह पर ऑफिस में बैठ गप्पे मारते रहते हैं।आठवीं कक्षा की छात्रा प्रिया कुमारी ने बताई कि बीते दिन उनकी कक्षा में 7 बच्चे उपस्थित थे और 19 बच्चों का फर्जी हाजिरी बना दिया गया है।साथ ही क्लास टीचर कीर्ति मैडम को जब माइक्रोस्कोप लाकर पढ़ाई कराने को कहा गया,तो उनके द्वारा साफ इंकार कर दिया गया।साथ ही मैडम ने कहा कि मात्र चार-पांच बच्चों में टाइमपास करते रहें,यह कहकर क्लास से चलीं गई।छात्रा ने जानकारी देने के बाद यह भी कही कि आपके जाने के बाद प्रभारी प्रधानध्यापक उन्हें पीटेंगे।सिर्फ इतना हीं नहीं छठे क्लास से अष्टम वर्ग तक के बच्चों के पठन-पाठन में सुगमता के उद्देश्य से स्कूल कीट बैग दिया गया है।लेकिन प्रभारी प्रधानाध्यापक बच्चों को पठन सामाग्री बांटने में भी गोलमाल किया गया है।बच्चों को मिलने वाली एक बैग में दो कौपी व ज्योमेट्री बॉक्स ही दिया गया है।जबकि छठे क्लास के लिए इन दो चीजों के अलावे स्कूल बैग में 12 कलर सीट,एक अंग्रेजी लिखनेवाला कॉपी,एक नोट बुक,एक प्लास्टिक स्केल,पांच कलम का एक सेट,पानी के बोतल इत्यादि कई सामग्री को गायब कर दिया गया है।स्कूल की छात्रा शिवानी ने बताया कि हमलोगों को बैग व दो कॉपी देकर भगा दिया गया और सामग्री मांगने पर पीटाई भी की गयी है।
इस बाबत स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक संजीव कुमार ने बताया कि स्कूल में 10 शिक्षक-शिक्षिका एवं लगभग दो सौ बच्चे हैं।अन्य प्रश्न पूछने पर उन्होंने बाजार में होने की बात कहकर फोन काट दिया।बताते चलें कि बिहार सरकार एवं जिला प्रशासन सरकारी विद्यालयों में सुधार लाने के लिए युद्धस्तर पर नियमावली बना रहे हैं।किंतु अंधरवारी मध्य विद्यालय के जैसे कुछ विद्यालयों के प्रधानध्यापक अपने ढुलमुल रवैया से किये पर पानी फेरने में जुटे हुए हैं।
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क्या कहते हैं प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी-
बीईओ दिगम्बर ठाकुर ने बताया कि मध्य विद्यालय के प्रभारी प्रधानध्यापक संजीव कुमार द्वारा शिक्षण कार्य में काफी अनियमितता बरती जा रही है।बीते दिनों विद्यालय के निरीक्षण में मात्र 34 बच्चे उपस्थित पाया गया था।जिसको लेकर स्पष्टीकरण की मांग की गई थी।किन्तु प्रभारी प्रधानध्यापक द्वारा अबतक स्पष्टीकरण नहीं जमा किया गया है।उन्होंने पुनः जांच कर उचित कार्रवाई करने की बात कही है।