उपेन्द्र कुशवाहा-कुछ भी बनने के लिये टकटकी लगाए है

SANJAY VERMA.

उपेन्द्र कुशवाहा, कोयरी समाज के बिहार के सबसे बड़े नेता रहे हैं वो राष्ट्रीय लोक मोर्चा के सुप्रीमो है। कोयरी लैंड काराकाट में लोकसभा चुनाव बुरी तरह हार बैठे हार कैसे हुई किसने कराई यह उन्हें भी और सबको पता है उम्मीद थी कि वो जीतेंगे तो केंद्र में मंत्री बनेंगे पर हार के बाद उनकी सारी उम्मीदों पर पानी फिर गया फिलहाल वो कुछ भी बनने के लिये वो टकटकी लगाए है। विधान परिषद की सीट देने का वायदा भाजपा ने किया था पर नीतीश कुमार ने उस सीट पर उनकी ही जाति कोयरी भगवान सिंह को मैदान में उतार उनका सपना चकनाचूर कर दिया अब उनकी निगाह राज्यसभा की उन दो सीटों पर जा टिकीं है

जो मीसा भारती और विवेक ठाकुर के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद खाली हुई है जानकारी यह है कि मीसा भारती की सीट जदयू को तो विवेक ठाकुर की सीट भाजपा को जाएगी जदयू इस सीट पर रिटायर्ड आईएस और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खास नालन्दा के कुर्मी विरादरी से आनेवाले मनीष वर्मा को भेजने का मन बना चुकी है दूसरी तरफ भाजपा में भी लम्बी फेहरिस्त है शाहनवाज हुसैन से लेकर कई नाम बाजार में है ऐसे में भाजपा ने यदि उपेन्दर कुशवाहा को गच्चा दे दिया तो सवाल उठता है उपेन्द्र कुशवाहा आखिर करेंगे तो क्या करेंगे उनके सामने विकल्प भी बहुत सीमित है क्योंकि जदयू ने भगवान सिंह कुशवाहा तो भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कोयरियो पर डोरे डालने के लिये पहले ही नेता घोषित कर रखा है.

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