मोदी मंत्रिमंडल में सरकारी परिवार को सत्ता की वसीयत बांटा गया है _ कॉंग्रेस
मनोज कुमार ।
केंद्र में तीसरी बार ए न डी ए की सरकार बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित 72 मंत्रियों के कार्यभार संभालने के उपरांत उनकी करनी और कथनी में साफ़ अन्तर झलक रही है क्योंकि प्रधानमंत्री जो हमेशा विपक्ष पर परिवारवाद का आरोप लगाने वाले अपने मंत्रिमंडल में दर्जनों सरकारी परिवार को सत्ता का वसीयत बांटने का काम किया है।
बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, जिला कॉंग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, दामोदर गोस्वामी, प्रद्युम्न दुबे, शिव कुमार चौरसिया, श्रवण पासवान, उदय शंकर पालित, विपिन बिहारी सिन्हा, कुंदन कुमार, युवा कॉंग्रेस अध्यक्ष विशाल कुमार, मोहम्मद शमीम आलम, मोहम्मद समद, रूपेश चौधरी, अशोक राम, राहुल चंद्रवंशी,कौशलेंद्र यादव बुढ़ा, आशीष लोहार, आदि ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विपक्षी दलों को हमेशा, परिवारवाद, शहजादा कहने वाले अपने मंत्रिमंडल में एच डी कुमार स्वामी जो पूर्व प्रधानमंत्री देवेगौड़ा के पुत्र हैं, ज्योतिरादित्य सिंधिया पूर्व केंद्रीय मंत्री माधव राव सिंधिया के पुत्र, किरण री ज जु , अरुणाचल प्रदेश के प्रमोट स्पीकर रि नचीन खारू के पुत्र, रक्षा खड़से महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री विधायक एकनाथ खड़गे के पुत्रवधू, जयंत चौधरी, पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पौत्र, चिराग पासवान, पूर्व केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान के पुत्र, जे पी नड्डा, मध्य प्रदेश के पूर्व सांसद और मंत्री जय श्री बनर्जी के दामाद, कमलेश पासवान उत्तरप्रदेश सांसद ओम प्रकाश पासवान के बेटे, रामनाथ ठाकुर पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के पुत्र, राममोहन नायडू पूर्व केन्द्रीय मंत्री ये रे न नायडू के पुत्र, जितिन प्रसाद, उत्तर प्रदेश के पूर्व सांसद जितेन्द्र प्रसाद के पुत्र, शांतनु ठाकुर, पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री मंजुल कृष्णा ठाकुर के पुत्र, राव इन्द्रजीत सिंह हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री राव वीरेंद्र सिंह के पुत्र, पीयूष गोयल पूर्व मंत्री वेद प्रकाश गोयल के पुत्र, कीर्ति वर्धन सिंह उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री महाराज आनंद सिंह के पुत्र, वीरेंद्र कुमार कार्तिक मध्यप्रदेश के पूर्व मंत्री गौरी शंकर के ब्रदर ईन ला, रवनित सिंह बिट्टू पंजाब के पूर्व मंत्री बेअंत सिंह के पौत्र, धर्मेंद्र प्रधान पूर्व केन्द्रीय मंत्री देवेन्द्र प्रधान के पुत्र, अनु प्रिया पटेल अपना दल के संस्थापक सोने लाल पटेल की पुत्री, अन्नपूर्णा देवी झारखंड के पूर्व विधायक रमेश प्रसाद यादव की पत्नि आदि सरकारी परिवार को सत्ता की वसीयत बांटने का काम किए हैं।