निर्दयी पिता ने अपनी नवजात बेटी को तालाब में फेंककर मार डाला, ससुराल से पत्नी और बेटी की विदाई नहीं होने से था नाराज
मनोज कुमार ।
बिहार के गया जिले में एक पिता ने अपनी नवजात बेटी को सिर्फ इसलिए तालाब में फेंककर मार दिया क्योंकि ससुराल से उसकी पत्नी और पत्नी की विदाई नहीं हो रही थी। जिसके कारण गुस्से में उसने कुछ दिन पहले पैदा हुई बेटी की जिंदगी छीन ली। मामले में बच्ची की मां की शिकायत पर पुलिस ने निर्दयी पिता को गिरफ्तार कर लिया। पिता ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है।पूरी घटना गया जिले के आंती थाना से जुड़ी है। जहां बीते शुक्रवार को मृत बच्ची की मां ने लिखित आवेदन दिया गया कि इनके पति गोरेलाल यादव ससुराल में लगभग आठ दिन से रह रहे थे और विदाई नहीं करने पर बार-बार धमकी दे रहे थे, कि जाने दो नहीं तो बच्ची को लेकर भाग जाउँगा और मार देगें।
घर से बच्ची को लेकर भाग गएपीड़िता ने बताया कि शुक्रवार सुबह जब मैं जगी तो देखा कि मेरे पति और नवजात पुत्री घर में नहीं है, काफी खोजबीन करते हुए जब ये अपने पति के घर गये तो पति के द्वारा गाली गलौज एवं मारपीट करने पर उतारू हो गये और बोले की पुत्री को मार दिये।
शिकायत को नगर पुलिस अधीक्षक, गया के द्वारा इस मामले को काफी गम्भीरता से लेते हुए इस कांड में संलिप्त अपराधकर्मियों की गिरफ्तारी हेतु अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी टिकारी गया के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। जिसमें थानाध्यक्ष आँती एवं थाना के अन्य पुलिस पदाधिकारी एवं सशस्त्र बल को शामिल किया गया।जिसके बाद सूचना के आधार पर इस कांड के प्राथमिकी अभियुक्त गोरेलाल यादव, पिता साधु यादव, साकिन अलीगंज, थाना गुरारू, जिला गया को सिमरहुआ सूर्य मंदिर के पास से गिरफ्तार किया गया।
पकड़ाये अभियुक्त पूछताछ में अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए बताये कि जब मेरी बच्ची का विस्तौरी के लिए मैने ससुराल वाले से समय पूछा, तो मेरी सासु माँ बोली की तुम्हारा बच्चा नंही है। तो मैने गुस्से में आकर अपनी पुत्री को ससुराल से बिना बताये ले जाकर सिमरहुआ सूर्य मंदिर के पास तालाब में फेक दिया।उक्त गठित टीम के द्वारा पकड़ाये अभियुक्त के निशानदेही पर उक्त नवजात बच्ची के शव को सिमरहुआ सूर्य मंदिर के पास के तालाब से बरामद किया गया है तथा शव को पोस्टमार्टम हेतु एएनएमसीएच गया भेजा गया है।