सरदार वल्लभभाई पटेल की पूरे राष्ट्र को एकता के सूत्र में पिरोने में महत्वपूर्ण भूमिका रही – जिलाधिकारी

धीरज ।

गया।पटेल विचार मंच के तत्वाधान में आयोजित कार्यक्रम में आज समाहरणालय परिसर में स्थापित सरदार पटेल जी के प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं नमन किया। साथ ही राष्ट्र पिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर भी माल्यापर्ण किया गया है। जिला पदाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम ने कहा कि आज लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल जी का 148 में जयंती है। लौह पुरुष कहे जाने वाले सरदार पटेल 565 रियासतों के विलय के लिए जाने जाते हैं। सरदार पटेल भारत के उप प्रधानमंत्री सह प्रथम गृह मंत्री थे भारत को आजादी मिलने के बाद सरदार वल्लभभाई पटेल की पूरे राष्ट्र को एकता के सूत्र में पिरोने में महत्वपूर्ण भूमिका रही है।

यही कारण है की लौह पुरुष की जयंती को देश में राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। उन्होंने 1928 में हुए बार डोली सत्याग्रह में किसान आंदोलन का सफल नेतृत्व भी किया सत्याग्रह आंदोलन सफल होने के बाद वहां की महिलाओं ने वल्लभभाई पटेल को सरदार की उपाधि से सम्मानित किया गया है। सरदार पटेल जी स्पष्ट व निर्भीक वक्ता अखंड भारत के निर्माण में उनके योगदान को भूलाया नहीं जा सकता है। सरदार पटेल ने ही भारतीय प्रशासनिक सेवा का नींव रखा और मज़बूत बनाने पर काफी जोर दिया। उन्होंने ही सिविल सेवाओ को स्टील फ्रेम कहा था। अध्यक्षता पटेल विचार मंच के संयोजक अनिल कुमार पटेल ने किया कार्यकर्म में सभी अनुमंडल पदाधिकारी, जिले के वरीय पदाधिकारी, विनोद कुमार, गिरिजा शर्मा ,अधिवक्ता आखिलेंद्र कुमार,जितेंद्र दास, आधिवक्ता अनिल आजाद,अधिवक्ता रविन्द्र प्रसाद, विनोद मंडल आदि समाज सेवी एंव गणमान्य लोग उपस्थित थे।

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