मां दुर्गा पर अभद्र टिप्पणी से नाराज ग्रामीणों ने गांव के बाहर लगाया पोस्टर

दिवाकर तिवारी ।

पागल कुत्ते से तुलना करते हुए राजद विधायक फतेह बहादुर का गांव में प्रवेश वर्जित.

रोहतास। विजयादशमी के दिन राजद विधायक फतेह बहादुर सिंह द्वारा मां दुर्गा पर दिए गए अमर्यादित बयान को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक तरफ जहां पूरे बिहार में सियासत गर्म है वहीं ग्रामीण स्तर पर भी अब विधायक का विरोध होना शुरू हो गया है। डिहरी विधानसभा के दुर्गापुर गांव में ग्रामीणों ने गाँव के मुख्य द्वार पर हीं पोस्टर टांग कर राजद विधायक फतेह बहादुर सिंह का प्रवेश वर्जित कर दिया है। दरअसल पोस्टर में ग्रामीणों ने स्थानीय विधायक की तुलना एक जानवर से करते हुए गांव के मुख्य द्वार पर एक पोस्टर लगाया है। जिसमें ग्रामीणों का आक्रोश साफ देखा जा सकता है।

हालांकि पोस्टर के संदर्भ में जब स्थानीय ग्रामीणों से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि फतेह बहादुर को बड़े ही उम्मीदों से जीता कर विधानसभा भेजा गया था। लेकिन जिस तरह से उन्होंने हमारी भगवती मां दुर्गा के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिया है। उससे हम काफी मर्माहत हैं। खासकर गांव के युवाओं में काफी आक्रोश है तथा हम सभी ने निर्णय लिया है कि हमें ऐसा विधायक नहीं चाहिए जो हमारी भावनाओं को आहत करे। वहीं स्थानीय सुमित दुबे ने कहा कि जिस तरह से राजद विधायक ने मां दुर्गा के खिलाफ बयान दिया है यह कहीं न कहीं राजद का आधिकारिक बयान है। क्योंकि अब तक बिहार के उपमुख्यमंत्री एवं राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा स्थानीय विधायक के बयानों का निंदा नहीं किया गया है और ना ही उनके ऊपर कोई कार्रवाई की गई है। ग्रामीण अमन दुबे बताते हैं कि स्थानीय विधायक के द्वारा जिस तरह से बयान दिया गया है उसे लेकर युवाओं में खासा आक्रोश है। जिस तरह से उन्होंने सनातन धर्म के खिलाफ बोला है उसे किसी भी कीमत पर युवा बर्दाश्त करने को तैयार नहीं है। अगर वह इस गांव में आते हैं तो निश्चित तौर पर उनका स्वागत बड़े ही अच्छे तरीके से किया जाएगा। गौरतलब है कि डेहरी से राजद विधायक फतेह बहादुर सिंह ने विजयादशमी के दिन सोशल मीडिया पर मां दुर्गा को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया था तथा मां दुर्गा को काल्पनिक बताते हुए महिषासुर को अपना पूर्वज व यादव समाज का न्याय प्रिय राजा बताया। राजद विधायक यही नहीं रुके उन्होंने मां दुर्गा पर और कई अमर्यादित टिप्पणियां करते हुए राम को भी गौतम बुद्ध के बाद का बताया तथा पूजा पाठ को फिजूल खर्ची करार दी। आम लोगों में बढ़ते जनाक्रोश को देखते हुए ऐसे में अब देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी आला कमान राजद विधायक के खिलाफ क्या कार्रवाई करती है। राजनीतिक दलों से लेकर अब आम जनता भी राजद विधायक को बर्खास्त करने की मांग करने लगे हैं तथा इस विरोध को बड़े स्तर पर ले जाने की तैयारी की जा रही है।

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