28 अक्टूबर 2023 के आश्विन मास के शुक्ल पक्ष पूर्णिमा दिन शनिवार को साल की आखिरी चंद्र ग्रहण लगने की प्रबल संभावना- डॉ ज्ञानेंश भारद्वाज
विश्वनाथ आनंद ।
गया( बिहार)- आगामी 28 अक्टूबर 2023 दिन शनिवार को आश्विन मास के शुक्ल पक्ष पूर्णिमा तिथि को साल की आखिरी चंद्र ग्रहण लगने वाला है. उक्त बातें भारद्वाज ज्योति शिक्षा शोध संस्थान के निर्देशक डॉ ज्ञानेश भारद्वाज ने मीडिया से बातचीत के दौरान कही . उन्होंने आगे कहा कि आश्विन मास के शुक्ल पक्ष पूर्णिमा तिथि को यानी 28 अक्टूबर 2023 दिन शनिवार को साल की आखिरी चंद्र ग्रहण लगने वाला है. आश्विन मास की पूर्णिमा तिथि को शरद पूर्णिमा भी की कहते हैं.शरद पूर्णिमा के दिन रात्रि में लोग अपने घर के छत या आंगन में खीर बनाकर रखते हैं . पौराणिक मान्यता यह है कि शरद पूर्णिमा तिथि को चंद्रमा से अमृत गिरता है , किंतु इस माह में चंद्र ग्रहण लगने के कारण ग्रहण लगने के पहले अपने घर में खीर बनाकर रखें उसमें तुलसी पत्ता डाल दे और जब ग्रहण समाप्त हो जाए तो अपने आंगन या छत पर रखें. उन्होंने आगे कहा कि चंद्रमा को मन का कारक माना गया है।
जब चंद्र ग्रहण लगता है उसका सीधा प्रभाव सभी व्यक्ति के मन पर पड़ता है. चंद्र ग्रहण के कारण व्यक्ति के मन में काफी उथल-पुथल हो सकती है. ऐसा माना जाता है कि चंद्र ग्रहण के दौरान वातावरण में सबसे ज्यादा नकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है. उन्होंने आगे कहा कि चंद्र ग्रहण पूर्णिमा के दिन ही होता है, जब पृथ्वी चंद्रमा और सूर्य के बीच आ जाती है.पृथ्वी की छाया चंद्रमा की सतह पर पड़ती है .वैसे सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण भौगोलिक घटनाएं हैं, लेकिन धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूर्य ग्रहण या चंद्र ग्रहण का नकारात्मक असर न केवल मनुष्यों के जीवन में बल्कि संपूर्ण पृथ्वी पर इसका असर पड़ता है.अतः धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ग्रहण के दौरान कुछ बातों पर ध्यान अवश्य देनी चाहिए. जैसे की कटाई, बुनाई, खाना, पीना , सोना, पूजा, पाठ नहीं करनी चाहिए किंतु इस दौरान अगर किसी भी मंत्र का जाप किया जाए तो उसका अद्वितीय लाभ होता है . उन्होंने आगे कहा कि
ग्रहण का स्पर्श- रात्रि 01:04 मध्य- 01:44 मोक्ष- 02:23
इस चंद्र ग्रहण का प्रभाव कुछ राशि वालों के लिए शुभ तो कुछ राशि वालों के लिए अशुभ परिणाम देखने को मिल सकता है .मेष राशि -घात, वृष राशि- हानी, मिथुन राशि- लाभ, कर्क राशि- सुखम, सिंह राशि- माननास, कन्या राशि- मृत्यु तुल्य कष्ट, तुला राशि- स्त्री पीड़ा, वृश्चिक राशि- सौख्य, धनु राशि- चिंता मकर राशि- व्यथा, कुंभ राशि- श्रीः मीन राशि- क्षती होने की संभावना है.