माता की पूजा अर्चना करने से श्रद्धालुओं,भक्तों को मनोवांछित फल की होती है प्राप्ति- रंजू सिंह

विश्वनाथ आनंद .
औरंगाबाद (बिहार)- शारदीय नवरात्रि के नौवे दिन माता सिद्धिदात्री की पूजा अर्चना करने से भक्तों, श्रद्धालुओं को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है . इस दिन उपासक माता सिद्धिदात्री का उपासना करता है. जिससे सभी प्रकार की सिद्धि प्राप्त होती है. इस दिन अर्थात महानवमी पर कन्या पूजन का विशेष महत्व होता है. नवदुर्गा का नौवा अवतार और अंतिम स्वरूप माता सिद्धिदात्री का ही होता है. माता सिद्धिदात्री कमल पुष्प पर बिराजमान है तथा उनके हाथों में शंख, चक्र, गदा व पद्य है. यक्ष, गंधर्व ,किन्नर, नाग, देवी -देवताओं और मनुष्य सभी उनकी कृपा से मनोवांछित फल प्राप्त करता है. ऐसे तो प्रातः काल से ही श्रद्धालुओं ,भक्तों द्वारा मंदिरो एवं स्थापित कलश के समीप पूजा अर्चना करते देखा गया. खाने पीने से लेकर मिठाई, खिलौने की दुकाने पूरी तरह से सज चुकी है. वही भक्तों, श्रद्धालुओं ने पूजा अर्चना करने के उपरांत हवन प्रक्रिया भी किया.

वही विद्वान पंडितो द्वारा मंत्रोंउच्चारण के साथ कार्यक्रम किया गया. ऐसे तो सुरक्षा को लेकर सभी स्थानों पर पुलिस बल तैनाती की गई है. वही पंडालो को भव्य तरीके से सजाया संवारा गया है .औरंगाबाद के साइन मंदिर, चित्रगुप्त नगर ,क्लब रोड, करमा रोड, सत्येंद्र नगर, धर्मशाला रोड, नावाडीह रोड, एवं महाराजगंज रोड में भक्तों, श्रद्धालुओं की भीड़ माता के दर्शन करने को लेकर उमड़ चुकी है. इस दौरान ग्रामीण क्षेत्र के भक्तों, श्रद्धालुओं ने भी स्थानीय शहर में पूजा -अर्चना करने के लिए पहुंचे हैं.श्रद्धालुओं एवं भक्तों में रंजू सिंह, मुन्ना सिंह, सोनू कुमार, सहित दर्जनों लोगों ने कहा कि शारदीय नवरात्रि के नौवे दिन माता सिद्धिदात्री का पूजा अर्चना करने से भक्तों श्रद्धालुओं को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है .

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