रेलवे टनल बनाने वाले टैमरॉक नामक मशीन से करोड़ों रुपये लागत वाली पार्ट्स को चोरों ने उड़ाया
संतोष कुमार ।
थाना क्षेत्र में चोरी की घटनाओं में कमी आने का नाम नहीं ले रहाब है।आये दिन छोटी-बड़ी चोरी की घटनाएं देखने को लगातार मिल रही है।भारतीय रेलवे के मध्य रेलवे अंतर्गत तिलैया-कोडरमा रेलखण्ड में पटरी बिछाने व टनल आदि बनाने का कार्य चल रहा है।इस दौरान जोगियामारण पंचायत के बरवा गांव के समीप आर आर कंस्ट्रक्शन एंड जे जे प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी द्वारा पहाड़ को काटकर रेलवे टनल बनाया जा रहा है।बीती रात्रि को काम समाप्त कर मशीन को कार्यस्थल पर ही छोड़कर सभी लोग आराम करने चले गए।सुबह जब काम करने पहुंचे तो रेलवे टनल बनाने वाले टैमरॉक मशीन की दो पार्ट्स नहीं मिले।जिसके बाद बहुत खोजबीन के बाद भी मशीन के पार्ट्स का पता नहीं चला,तब कम्पनी के मैनेजर प्रेम कुमार सिंह के द्वारा लिखित आवेदन थाना को दिया गया।प्रेम कुमार सिंह ने बताया कि रेलवे टनल बनाने वाली मशीन टैमरॉक नामक मशीन की लगभग 20-20 वजन के रहे दो पार्ट्स की चोरी कार्यस्थल से कर ली गई है।उन्होंने बताया कि रेलवे टनल बनाने में उपयोग किये जा रहे मशीन विदेशों से मंगाया गया है।जो कि 17 लाख रुपये प्रति माह के किराए पर है।टैमरॉक मशीन के चोरी गए पार्ट्स की कीमत एक करोड़ रुपये से भी अधिक है।उन्होंने कहा कि चोरी गए पार्ट्स नहीं मिलने तक टनल बनाने का कार्य स्थिर रहेगा।हालांकि टनल बनाने के अलावे अन्य कार्य किये जा रहे हैं।गौरतलब हो कि 1100 मीटर रेलवे टनल निर्माण 56 करोड़ रुपये की लागत से एक वर्ष में कार्य समाप्त करना है।
चोरी के उद्भेदन को लेकर टेक्निकल टीम दो दिनों से कर रही कैम्प
तिलैया-कोडरमा रेलखण्ड निर्माण कार्य में रेलवे टनल को बनाने वाली मशीन के पार्ट्स की चोरी की सूचना एसडीपीओ पंकज कुमार एवं थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर पवन कुमार को मिलते ही वे घटनास्थल पर पहुंचे व कार्य में जुटे लोगों से पूछताछ किया।वहीं चोरी के उद्भेदन हेतु जिला से टेक्निकल टीम दो दिनों से रजौली में कैम्प कर रही है।सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक टेक्निकल टीम व पुलिस टीम द्वारा कार्य में जुटे लोगों से सघन पूछताछ की जा रही है।साथ ही आसपास के हिस्ट्रीशीटर लोगों की तलाश जारी है।पुलिस को कब तक सफलता मिलती है,यह भविष्य के गर्त में है।