सिगरेट नही लाने पर सीनियर छात्र ने जुनियर छात्र को पिट कर किया अधमरा

चंदन मिश्रा।

घायल छात्र का गया में चल रहा है इलाज।

शेरघाटी।थाना क्षेत्र के गोपालपुर में स्थित अंबेडकर छात्रावास में महज ₹5 के सीक्रेट नहीं लाने पर सीनियर क्लास के छात्रों ने जूनियर क्लास के छात्र को बेरहमी से पीटा घटना के बाद जूनियर छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया।
जिसे अन्य छात्रों के द्वारा उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया जानकारी के मुताबिक घायल छात्र का पहचान गौतम कुमार के रूप में किया गया है जो नवमी कक्षा का छात्र है, घटना तब हुई जब सीनियर क्लास के छात्रों द्वारा उसे सिगरेट लाने को कहा गया।
जब वह लाने से मना किया तो जूनियर छात्र को पिट पिट कर अधमरा कर जिसमे छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया।
घटना के शिकायत के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
पीड़ित छात्रा गुरुआ थाना क्षेत्र के गुनेरी गांव का रहने वाला है, जानकारी के मुताबिक मारपीट इस घटना की सूचना मिलने पर घायल छात्र के पिता आधी रात में स्कूल पहुंचे।
छात्र के पिता ने जख्मी बच्चों को शेरघाटी अनुमंडलीय अस्पताल में ले गया जहां उसे गया के लिए रेफर कर दिया गया है।
बच्चे का इलाज चल रहा है यह सब तब हुआ जब स्कूल में सुरक्षा गार्ड की तैनाती थी वही इस संबंध में शेरघाटी पुलिस ने गंभीरता से लेते हुए मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
मालूम हो कि बीते दिन पूर्व भी कुछ सीनियर छात्रों ने जूनियर छात्रों के साथ मारपीट किया था।
इसके बाद भी स्कूल प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर पाई थी।

मामले को दबाने में लगा स्कूल प्रशासन।

इधर स्कूल प्रशासन इस मामले को दबाने में लगा हुआ है विद्यालय के प्राचार्य रजनीश कुमार से जब इस संबंध में बात करने की कोशिश की गई तो पर कुछ भी बताने से साफ इनकार कर गए।
वहीं मारपीट के घटना की पूछताछ के बाद प्राचार्य कुछ भी बताने साफ कटते हुए नजर आए।
अभियुक्त बने दोनों बच्चों के अभिवावकों को नोटिस भेजी गई है।
दोनों बच्चे क्रमशः अरवल जिलाऔर औरंगाबाद जिला के रहने वाले हैं

इतनी बड़ी घटना के बाद भी दबाने का किया जा रहा है प्रयाश।

इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी स्कूल की ओर से मुकदमा वापस लेने का दबाब घायल बच्चा के परिजन से बनाया जा रहा है।
बच्चो द्वारा अनुशासनहीनता और नशे की प्रवृत्ति उजागर हुई है,
मामला उतना ही नहीं यह गंभीर मामला है जिससे स्कूल प्रशासन दबाने के लिए प्रयास कर रही है।
घटना के चार दिन बाद प्राथमिकी दर्ज की गई बच्चे के पिता शंकर दास ने बताया कि मारपीट कि घटना पिछले सप्ताह भी हुई थी।

घटना के कुछ दिन बाद तक नही हुआ करवाई।

जानकारी के मोताबिक यह घटना 26 सितंबर की है ,बचे के इलाज में लगे रहने के कारण परिजन समय पर पुलिस को सूचना नहीं दे सके।
उनका कहना है कि बदमाश बच्चे पर कोई कार्रवाई नही हो रही है,
मुकदमा वापस लेने के लिए विद्यालय के प्रशासन एवं अन्य लोगों के द्वारा दबाब दिया जा रहा है।

बचे को होस्टल में भेजने में लग रहा है डर

उन्होंने बताया कि स्कूल का माहौल इतना अराजक है कि दोबारा बच्चों को हॉस्टल में भेजने में डर लग रहा है वह साफ कहते हैं कि इस तरह की घटनाएं स्कूल में बराबर होती है।
लेकिन अक्सर मामले को दबा दिया जाता है लेकिन अब तक स्कूल प्रशासन के साथ-साथ स्थानीय पुलिस प्रशासन भी इस पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
जिससे अन्य छात्र-छात्राओं में भी भय बना हुआ है।